हाईकोर्ट में भर्ती के नाम पर 50 करोड़ की ठगी
नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह ने हाईकोर्ट में समीक्षा अधिकारी लिपिक चपरासी पदों पर भर्ती के लिए 1400 लोगों से करोड़ों रुपये वसूले हैं। एसटीएफ ने गिरोह काे दबोचा है।
प्रयागराज : एसटीएफ ने ऐसे हाईप्रोफाइल गिरोह का भंडाफोड़ किया है जिसने इलाहाबाद और पटना हाईकोर्ट में सीधी भर्ती कराने के नाम पर 50 करोड़ की ठगी कर डाली। सरगना समेत चार को गिरफ्तार किया गया है। सरगना खुद को इलाहाबाद हाईकोर्ट का डिप्टी रजिस्ट्रार बताता था। गिरोह में मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनएनआइटी) का असिस्टेंट प्रॉक्टर भी था।
उत्तर प्रदेश और बिहार में ठगी करने वाले गिरोह ने समीक्षा अधिकारी, सहायक समीक्षा अधिकारी, लिपिक, चपरासी पदों पर भर्ती के लिए 1400 लोगों से करोड़ों रुपये वसूले हैं। एसटीएफ के सीओ नवेन्दु कुमार, इंस्पेक्टर केशवचंद्र राय, अतुल कुमार सिंह ने बुधवार दोपहर एमएनएनआइटी कैंपस में छापामारी की। एएसपी नीरज पांडेय के मुताबिक, पकड़ा गया सरगना सोरांव के अरईस का निवासी मोहम्मद शमीम सिद्दीकी खुद को हाईकोर्ट का डिप्टी रजिस्ट्रार बताकर रुपये लेता था। खूखूतारा, इब्राहिमपुर, शिवकुटी निवासी दूसरा आरोपित राघवेंद्र सिंह एमएनएनआइटी का असिस्टेंट प्रॉक्टर है। बाद में स्टूडेंट एक्टिविटी एंड स्पोट्र्स अफसर नियुक्त हो गया। अन्य आरोपितों में नीरज पाराशर निवासी साईं बिहार अपार्टमेंट, चर्चलेन, प्रयागराज और रमेश चंद्र यादव निवासी पूरे घासी, नवाबगंज है। गिरोह के पास से लाखों के भरे चेक, ब्लैंक चेक, एक लाख तीस हजार नकद, तीन लग्जरी कार और एक बाइक बरामद हुई है। एसटीएफ पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर गिरोह में शामिल अन्य शातिरों की तलाश में दबिश दी है। लेकिन आरोपित पकड़ में नहीं आए। एसटीएफ लगातार उनकी तलाश में दबिश दे रही है। गिरोह ने करीब 14 सौ लोगों को अपने जाल फंसाकर करोड़ों रुपये वसूला है।