जिले में बालू खनन के 19 पट्टे हुए, घर बना रहे लोगों को मिलेगी राहत Prayagraj News
फिर से खनन वाले घाटों का नए सिरे से निर्धारण किया है। इसके तहत 19 घाटों पर खनन का पट्टा दिया गया है। सबसे ज्यादा यमुनापार में गंगा और यमुना में खनन के लिए पट्टे दिए गए हैैं।
प्रयागराज, जेएनएन। घर बनवाने का सपना रखने वालों के लिए राहत वाली खबर है। अब बालू सस्ता होगा। जिले में गंगा, यमुना, टोंस व बेलन नदियों में 19 पट्टे दिए गए हैैं। अब तक खनन पर रोक थी, जिसके कारण बालू का खनन नहीं हो रहा था। इस वजह से बालू महंगा था।
सभी 51 बालू खनन पट्टों को कर दिया गया था निरस्त
लगभग एक साल पहले जिले के सभी 51 बालू खनन पट्टों को निरस्त कर दिया गया था। आरोप था कि जहां भी बालू खनन के लिए जिन घाटों का निर्धारण किया गया था, उसमें गड़बड़ी की गई थी। इस मामले में शासन स्तर पर जांच हुई थी और रिपोर्ट के आधार पर तत्कालीन जिला खनन अधिकारी व सर्वेयर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दोनों अधिकारियों का तबादला कर दिया गया था। इसके बाद अवैध खनन शुरू हो गया था, जिसकी गोपनीय जांच के लिए खुद खनिकर्म निदेशक रोशन जैकब यहां आई थी। गंगा और यमुना के पानी में मशीनों से अवैध खनन पर राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने कड़ी नाराजगी जताई थी। इस मामले में एक दर्जन से ज्यादा लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया था और दो लाख घन मीटर से ज्यादा अवैध बालू विभिन्न घाटों पर जब्त किया गया था, जिसकी नीलामी भी कराई गई।
खनन शुरू हाेने से कम होगा बालू का दाम
अब खनन विभाग ने फिर से खनन वाले घाटों का नए सिरे से निर्धारण किया है। इसके तहत 19 घाटों पर खनन का पट्टा दिया गया है। सबसे ज्यादा यमुनापार में गंगा और यमुना में खनन के लिए पट्टे दिए गए हैैं। इसके पहले भी तीन घाटों पर खनन को हरी झंडी दी गई थी। शनिवार को इन घाटों से बालू के खनन के लिए आवश्यक कागजात भी विभाग की ओर से दे दिए गए। अब इन घाटों से बालू खनन शुरू होगा। बताते हैैं कि खनन शुरू होने से अब बालू का दाम कम होगा। जिला खनन अधिकारी अंजनी सिंह ने बताया कि जिले में नए सिरे से घाटों का निर्धारण कर 19 घाटों पर खनन के लिए पट्टा दिया गया है। जल्द ही खनन शुरू होगा और बालू के दाम कम हो जाएंगे। खनन नियमों के अनुसार ही कराने के निर्देश दिए गए हैैं।
लगाने होंगे कैमरे, कांटा भी होगा
खनन को लेकर जारी नियमों का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए गए हैैं। पट्टाधारकों को निर्देश दिए गए हैैं कि जहां भी बालू का भंडार होगा, वहां सीसीटीवी कैमरे लगाने होंगे। भंडार से निकलने वाले वाहनों के बालू की तौल के लिए धर्मकांटा भी लगाने को कहा गया है। इससे ओवरलोडिंग पर अंकुश लग सकेगा। बावजूद ओवरलोडिंग पकड़ी गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा किसी भी हालत में नदी में खनन न कराने के निर्देश भी दिए गए हैैं। नदी के बाहर ही खनन कराए जाने के निर्देश हैैं।