अब भी प्रयागराज में 979 सीटों में 134 रिक्त
नौ दिन चले अढ़ाई कोस वाली कहावत वर्तमान में परिषदीय स्कूलों के लिए शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पर खरी उतर रही है। चार साल में भी सभी विज्ञापित पदों पर अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं दी जा सकी हैं।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : नौ दिन चले अढ़ाई कोस वाली कहावत वर्तमान में परिषदीय स्कूलों के लिए शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पर खरी उतर रही है। चार साल में भी सभी विज्ञापित पदों पर अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं दी जा सकी हैं। 2017 में प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में एक लाख 34 हजार शिक्षकों की जरूरत बताई थी। इसमें से 69000 शिक्षकों की भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए। तमाम तरह के कानूनी दांव पेच के बाद सिर्फ 31722 पदों पर नियुक्ति के लिए प्रक्रिया शुरू की गई। इसमें से 979 पदों पर प्रयागराज में शिक्षकों की नियुक्ति होनी थी। काउंसिलिंग कराने के लिए सिर्फ 921 अभ्यर्थी आए। इनमें से 845 लोगों को ही नियुक्ति पत्र दिए गए, अर्थात 134 पद अब भी रिक्त हैं।
इस संबंध में बीएसए संजय कुशवाहा ने बताया कि काउंसिलिंग कराने वाले जिन 76 अभ्यर्थियों को नियुक्तिपत्र नहीं दिया गया क्योंकि उनके शैक्षिक प्रपत्रों में कुछ कमी पाई गई है। आवेदन करने के दौरान जो जरूरी कागजात लगाए गए उनमें और मूल अभिलेखों से मिलान करने के समय कुछ अंतर मिला था जिसकी वजह से उन अभ्यर्थियों को नियुक्तिपत्र अभी नहीं दिए जा सके हैं। उनके संबंध में शासन को रिपोर्ट भेज दी जाएगी। वहां से प्राप्त हुए दिशा निर्देश के अनुसार ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल प्रयागराज को आवंटित 979 पदों में से 134 पद अब भी रिक्त हैं। इसी तरह पूरे प्रदेश में करीब एक हजार अभ्यर्थियों को नियुक्तिपत्र नहीं मिल सका जब कि वे अंतिम चयन सूची में शामिल थे।