जीवन में कुछ करने का हौसला हो और इरादे पक्के हो तों मुश्किलें भी परास्त हो जाती हैं...
जीवन में कुछ करने का हौसला हो और इरादे पक्के हो तों मुश्किलें भी परास्त हो जाती हैं। ऐसी ही हैं इगलास की प्रतीक्षा अग्रवाल जिन्होंने ठाना है कि स्वास्थ्य की अलख जगाएंगी। महिलाएं परिवार की सेहत का ख्याल तो रखती हैं खुद पर ध्यान नहीं दे पाती हैं।
राज नारायण सिंह, अलीगढ़। जीवन में कुछ करने का हौसला हो और इरादे पक्के हो तों मुश्किलें भी परास्त हो जाती हैं। ऐसी ही हैं इगलास की प्रतीक्षा अग्रवाल, जिन्होंने ठाना है कि गांवों में महिलाओं के बीच स्वास्थ्य की अलख जगाएंगी। गांवों में महिलाएं परिवार की सेहत का ख्याल तो रखती हैं, मगर खुद पर ध्यान नहीं दे पाती हैं। प्रतीक्षा बताती हैैं कि घर-परिवार के बीच में उनके लिए यह काम मुश्किल भरा था, मगर दृढ़ संकल्प से वे गांवों तक पहुंच रही हैं। उनकी टिप्स सहायक साबित हो रहे हैैं। तमाम महिलाएं स्वस्थ रहकर सुखमय जीवन जी रही हैं।
सेहत को लेकर गंभीर
बीएससी पास प्रतीक्षा अग्रवाल इगलास की रहने वाली हैं। पति व्यवसायी हैं। इनके तीन बच्चे हैं। वे महिलाओं के सेहत को लेकर शुरू से ही गंभीर रही है, इसलिए एक साल पहले परिवार की सहमति से गांव की महिलाओं को जागरूक करने के लिए निकल पड़ीं। गांवों में महिलाओं का समूह बनाती हैं और उन्हें सेहत के बारे में जानकारी देतीं। महिलाएं उन्हें बताती हैैं कि हमें प्रोटीन व विटामिन नहीं मिलता है, जिससे तबीयत खराब हो जाती है। प्रतीक्षा महिलाओं को बताती कि यह सब हमारे आसपास ही है, मगर दिमाग में रहता है कि हम सिर्फ डॉक्टर की सलाह से ठीक होंगे। वे महिलाओं से दिनचर्या ठीक करने को कहती हैैं। उन्हें बताती कि घर में दाल, सब्जी आसानी से मिल जाती है, उसका अच्छे से सेवन करें। यह आपके प्रोटीन आदि का काम करेंगी। आंवला, अमरूद, पपीता व केला जरूर लें। दूध-दही का सेवन करें। योग-व्यायाम करें। गांव में ये सब चीजें आसानी से मिल जाती हैं। उनके बताने से धीरे-धीरे ये बातें महिलाओं की समझ में आने लगीं।
सोशल मीडिया की मदद
प्रतीक्षा कहती हैं कि रोज गांवों में जाना संभव नहीं था, इसलिए वाट््सएप पर महिलाओं का ग्रुप बनाया। जिसमें वे उन्हें सेहत के बारे में जानकारी देती हैैं। ग्रुप से करीब 500 महिलाएं जुड़ गई हैं। जिनसे रोज सेहत के बारे में चर्चा होती है। उन्हें वे नियमित दिनचर्या व खाने-पीने पर विशेष ध्यान देने की सलाह देती हैैं। इसका असर दिखाई देने लगा है। महिलाओं की सेहत से जुड़ी छोटी-मोटी समस्याएं खत्म होने लगी हैैं। प्रतीक्षा बताती हैैं कि करीब 50 महिलाओं ने मान लिया था कि अब वे जीवन में कभी स्वस्थ नहीं होंगी। आज पूरी तरह से स्वस्थ हैं। वह अब भी महिलाओं को सेहत के प्रति जागरूक कर रही हैं। अब सोशल मीडिया के माध्यम से हर गांव तक सेहत की इस अलख को पहुंचाएंगी।