Sambhav के जरिए शिकायतों का निस्तारण कराने में जुटी Yogi government, नगर आयुुुक्त ने अलीगढ़ में की शुरूआत
यूपी के अलीगढ़ में संभव संतुष्टि एवं समृद्धि के तहत जनसुनवाई की योजना को धरातल पर उतारने का नगर निगम अधिकारी पूरे प्रयास कर रहे हैं। संभव पोर्टल पर आईं शिकायतों के निस्तारण के लिए अधिकारियों के दायित्व निर्धारित किए गए हैं।
अलीगढ़, संदीप सक्सेना। शासन स्तर से 'संभव' संतुष्टि एवं समृद्धि के तहत जनसुनवाई की योजना को धरातल पर उतारने नगर निगम अधिकारी पूरे प्रयास कर रहे हैं। Sambhav पोर्टल पर आईं शिकायतों के निस्तारण के लिए अधिकारियों के दायित्व निर्धारित किए गए हैं। नगर आयुक्त अमित आसेरी ने जनसुनवाई में आईं सात शिकायतों के निस्तारण की जिम्मेदारी विभागीय अधिकारियों को देकर समय सीमा तय की है। इसकी मानिटरिंग स्थानीय स्तर से लेकर शासन स्तर तक की जा रही है।
Sambhav के जरिए शिकायतों का निस्तारण
नगर आयुक्त ने बताया कि जन शिकायतों पर प्रभावी ढंग से कार्रवाई किए जाने के लिए Yogi government के नगर विकास मंत्री आरके शर्मा ने अच्छी पहल की है। प्रत्येक मंगलवार को शुरू किए गए संभव संतुष्टि एवं समृद्धि के तहत शिकायतों के त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण के लिए विभागीय अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को सुबह 10 से दोपहर एक बजे तक नगर निगम के सेवाभवन में जनसुनवाई हुई।
शिकायतकर्ताओं से संपर्क कर निस्तारण के आदेश
इसमें उप नगर आयुक्त राजकिशोर प्रसाद, सहायक नगर आयुक्त ठाकुर प्रसाद, पूजा श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता सुरेश चंद्र, प्रभावी नगर स्वास्थ्य अधिकारी मनोज प्रभात, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी विनय कुमार उपस्थित रहे। नागरिकों व पार्षद की समस्याओं को सुना गया। उपस्थित अधिकारियों को तत्काल मौके पर शिकायतकर्ता से संपर्क कर समस्या का समाधान कराए जाने के निर्देश दिए गए।
नगर आयुक्त ने अधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी
शिकायतकर्ता कोमल सिंह ने सूतमिल स्थित बीमा नगर के नाले कि सफाई कराने की मांग की। कौसर जहां वार्ड संख्या 50 ने समीर हास्पिटल से लेकर जाेफरी ड्रेन तक गड्ढा मुक्त कराने, नाली की सफाई व मौलाना आजाद नगर में जर्जर सड़क की शिकायत की। विधि चंद्र ने अवैध निर्माण को रोकने, अहमद खां ने सफाई कराने के संबंध में, रामसेवक ने नाली का ढाल व सड़क कि ईंटो को सही कराने के संबंध में समस्याएं बताईं। नगर आयुक्त ने बताया कि जनसुनवाई में कुल सात शिकायतें मिलीं। सभी विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को तत्काल समस्याओं का निदान कराए जाने का उत्तरदायित्व निर्धारित किया गया है।