Womene Protocol Cell : हाथों हाथ समस्याओं का समाधान, डब्ल्यूपीसी बना मिसाल Aligarh News
कलक्ट्रेट में संचालित वूमेन प्रोटेक्सन सेल महिला संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए मिसाल बन गया है। यहां हर दिन समस्याएं निस्तारित हो रही हैं। बिगड़े रिश्तों को काउंसलिंग के माध्यम से जोड़ा जा रहा है।सौ से अधिक शिकायताओं का निस्तारण हो चुका है।
अलीगढ़, जेएनएन। कलक्ट्रेट में संचालित वूमेन प्रोटेक्सन सेल महिला संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए मिसाल बन गया है। यहां हर दिन समस्याएं निस्तारित हो रही हैं। बिगड़े रिश्तों को काउंसलिंग के माध्यम से जोड़ा जा रहा है। पिछले एक साल में यहां करीब सौ से अधिक शिकायताओं का निस्तारण हो चुका है। सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट मिशन शक्ति अभियान में इसके माध्यम से बड़े स्तर पर लोगों को जागरुक किया गया है।
यह है व्यवस्था
डीएम चदंभूषण सिंह ने पिछले साल कलक्ट्रेट में महिला संबंधी शिकायतों की सुनवाई के लिए वूमेन प्रोटेक्सन सेल की शुरुआत की थी। पूर्ति विभाग की एआरओ स्मृति गौतम को इसका इंचार्ज बनाया गया। तभी से इसका संचालन किया जा रहा है। सुबह दस बजे से लेकर शाम पांच बजे तक इसमें सुनवाई होती है। कोई भ यहां पहुंचकर महिलाओं से जुड़ी शिकायत दर्ज करा सकता है। घरेलूं हिंसा व दहेज उत्पीड़न के मामले भी पुलिस के सहयोग से यहां निस्तारित होते हैं। इसके साथ ही घरेलू कलह के मामलों को आपसी समझौते से ही निपटाने की कोशिश रहती है
कराई आपस में सुलह
सोमवार को डब्ल्यूपीसी में एक अनोखा मामला सामने आया है। एक महिला ने शिकायत की कि उसका पति उसके साथ अभद्र व्यवहार करता है। आए दिन मारपीट होती है। इसके चलते वह परेशान होकर अलग रहने लगी। इस पर डब्ल्यूपीसी की इंचार्ज ने महिला के पति व बच्चों को काउंसलिंग के लिए बुलाया। सभी से एक-एक करके बातचीत की गई। इसमें सामने आया कि पति नहीं बल्कि शिकायतकर्ता महिला का ही पति के प्रति व्यवहार ठीक नही है। इसके चलते बच्चे भी मां के साथ रहने को तैयार नहीं है। हालांकि, डब्ल्यूपीसी ने टीम ने दोनों को अभी साथ रहने का एक मौका दिया है। इसमें काउंसलिंग की गई कि दोनों अपना व्यवहार बदलने की कोशिश करेंगे। अगर आपसी समझौते से बात बनती है तो पूरे परिवार के लिए यह फायदेमंद होगा।