एएमयू के इतिहास में पहली बार तैयार की जा रही महिला हॉकी टीम
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के इतिहास में पहली बार महिला हॉकी टीम तैयार की जा रही है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के इतिहास में पहली बार महिला हॉकी टीम तैयार की जा रही है। जिस घास के मैदान में ओलंपियन जफर इकबाल ने ओलंपिक तक का सफर तय किया था, उसी मैदान पर छात्राएं देश के राष्ट्रीय खेल की ए,बी,सी,डी सीख रही हैं। छात्रों के साथ पसीना बहा रहीं छात्राओं को देखने अब तो लोग भी पहुंचने लगे हैं। दैनिक जागरण ने सबसे पहले महिला टीम के तैयार होने संबंधी खबर 30 अगस्त के अंक में प्रकाशित की थी।
सरसैयद ने रखी थी एएमयू की नींव
सर सैयद अहमद खां ने 1875 में मदरसतुल उलूम आधुनिक मदरसा के रूप में एएमयू की नींव रखी थी, जो 1877 में मोहम्मडन एंग्लो ओरियंटल कॉलेज बना। इस कॉलेज को 1920 में यूनिवर्सिटी की मान्यता मिली। तब से अब तक विभिन्न खेलों में एएमयू ने बेहतरीन खिलाड़ी दिए हैं। हॉकी की बात करें तो 1932 से 1984 तक यूनिवर्सिटी ने ओलंपियन जफर इकबाल, बीपी गोविंदा, जोगेंद्र सिंह, ले. ए शकूर, अहसान मोहम्मद खान व मसूद मिनहाज जैसे महान खिलाड़ी पैदा किए, जिन्होंने देश ही नहीं विदेशों में एएमयू का डंका बजाया। 1913 से 1963 तक ऐसा दौर रहा, जिसमें ऑल इंडिया लेबल के टूर्नामेंट में एएमयू टीम ने लगातार जीत दर्ज की।
पहले कभी छात्राओं ने नहीं थामी हॉकी
यूनिवर्सिटी के करीब 98 साल के सफर में छात्राओं ने कभी हॉकी की स्टिक नहीं थामी थी। एएमयू में पहली बार हॉकी की टीम तैयार की जा रही है। यूनिवर्सिटी के एबीके गल्र्स स्कूल व अन्य स्कूलों की 14-15 छात्राएं इन दिनों घास के मैदान पर जमकर प्रैक्टिस कर रही हैं। हॉकी कोच अनीस उर रहमान और अरशद मलिक उन्हें सिखाने में पूरी ताकत झोंके हुए हैं। छात्रओं का जोश भी देखने लायक है।
जेहरा व आलिया पर जुनून सवार
13 वर्षीय नसीम जेहरा व आलिया पर हॉकी का जुनून सवार हो गया है। उन्हें सपने में भी हॉकी ही दिखाई देती है। आलिया हर समय अपने साथ हॉकी लेकर घूमती हैं। कोच अरशद मलिक का कहना है कि फरवरी में पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ में नॉर्थ जोन इंटरयूनिवर्सिटी चैंपियनशिप (महिला हॉकी) होनी है। उसके लिए टीम को तैयार किया जा रहा है। घास के मैदान के साथ एस्ट्रोटर्फ पर ट्रेनिंग दी जाएगी।