तापमान बढ़ने के साथ ही बिजली के नखरे भी बढ़े, शहर से देहात तक गर्मी से बिलबिलाए लोग
गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली कटौती में भी वृद्धि हुई है। शहर से लेकर देहात तक बिजली कटौती ने लोगों को परेशान कर दिया है। इस समय शहर में 12 से 15 घंटे ही बिजली मिल रही है जबकि देहात के उपभोक्ताओं को आठ घंटे बिजली मिल रही है।
हाथरस, जागरण संवाददाता। जिले में बिजली कटौती भी चरम पर पहुंच गई। तापमान बढऩे के साथ बिजली की कटौती भी बढ़ती जा रही है। 12 से 15 घंटे तक ही बिजली की आपूर्ति शहर में सिमट कर रह गई है। वहीं देहात क्षेत्र के उपभोक्ताओं को तो आठ घंटे बिजली से ही काम चलाना पड़ रहा है।
गहराता जा रहा बिजली संकट
बिजली का संकट गहराता जा रहा है। कहीं ट्रांसफार्मर फुंकने तो कहीं लाइन फाल्ट होने से यह समस्या बनी हुई है। 45 डिग्री तापमान पर भीषण गर्मी में लोगों को राहत दिलाने वाली बिजली ही अब उन्हें रुला रही है। शहर में कभी नवीपुर, तो कभी अलीगढ़ रोड की बिजली गुल हो जाती है। जो कभी वाटर वक्र्स फीडर से बिजली आपूर्ति शट डाउन के चलते नहीं मिलती। हलवाई खाना में गुरुवार की रात 400 केवीए का ट्रांसफार्मर फुंकने से रात दो से सुबह दस बजे तक बिजली गुल रहने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
दस घंटे ही मिल रही बिजली
सिकंदराराऊ। नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र में 22 घंटे बिजली देने का एलान किया गया है, लेकिन नगर व गांव में आठ से दस घंटे ही बिजली मिल पा रही है। रात में चार घंटे बिजली गुल रहती है। इससे रात में म'छरों का आतंक रहता है। फाल्ट व ट्रांसफार्मर सही करने के नाम पर भी बिजली काटी जा रही है।
शट डाउन में कई घंटे बंद रहती है बिजली
सासनी। टाउन में 20 घंटे की सप्लाई देने का आदेश है। उसके बाद भी बिजली 12 से 14 घंटे ही मिल पा रही है। उसमें भी यदि लाइन लास या कोई फाल्ट हो जाने पर उसे सही करने के लिए शट डाउन लेकर बिजली काट दी जाती है। भीषण गर्मी में लोगों को जब निर्बाध बिजली की जरूरत है तो उन्हें इसके लिए तरसना पड़ रहा है।
रात में हो रही अधिक कटौती
सादाबाद। बिजली की समस्या से नगर से लेकर देहात तक लोगों का बुरा हाल है। 20 घंटे के आदेश पर 14 घंटे भी बिजली नहीं मिल रही है। ट्रिङ्क्षपग व शट डाउन अलग परेशान कर रहे हैं। सबसे अधिक कटौती रात में हो रही है। शनिवार को त्यागी कालोनी में रखे ट्रांसफार्मर में आग लगने से बिजली गुल हो गई। इससे करीब क्षेत्र के 200 से अधिक घरों में विद्युत संकट बना हुआ है।
14 घंटे भी नहीं मिल रही बिजली
सहपऊ। क्षेत्र में रोस्टर के हिसाब से 18 घंटे बिजली देने का आदेश है, लेकिन 14 घंटे से ज्यादा बिजली सप्लाई नहीं मिल रही है। फाल्ट एवं ट्रांसफार्मर फुंकने पर शटडाउन के कारण की गई कटौती का दंश अलग से झेलना पड़ता है। बिजली से आम जन ही नहीं व्यापारी भी परेशान हैं। समय से बिजली नहीं मिलने पर खेतों में फसलों की सिंचाई भी नहीं हो पा रही है।
पब्लिक बोल
बिजली संकट खत्म नहीं हो रहा है। बिजली की कटौती होने से इन्वर्टर भी काम नहीं कर पा रहे हैं। बिजली नहीं होने से रात में घरों के बाहर सोने पर मजबूर हैं।
- साकेत चौधरी, सहपऊ
--
बिजली की समस्या को लेकर काल करने पर विभागीय अधिकारी फोन तक नहीं उठाते हैं। उपकेंद्रों द्वारा भी बिजली कटौती या शट डाउन लेने की जानकारी उपभोक्ताओं को नहीं दी जाती।
-- धर्मेंद्र गोस्वामी, सादाबाद
--
बिजली का संकट सबसे अधिक भीषण गर्मी के समय ही पैदा होता है। पहले से पता होने पर इसे दूर करने के उपाय नहीं किए जाते हैं। परेशानी लोगों को झेलनी पड़ती है।
- तरुण शर्मा, सिकंदराराऊ
--
घरों में बिजली की समस्या को इन्वर्टर भी दूर नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें चार्ज होने में दस घंटे लगते हैं। बिजली आठ से नौ घंटे ही मिल रही है। उसमें भी ट्रिङ्क्षपग होती है।
- मनोज वर्मा, हाथरस
--
बिजली रोस्टर के हिसाब से दिलवाई जा रही है। भीषण गर्मी में ट्रिङ्क्षपग होते ही उपकरण फुंक रहे हैं। फाल्ट को सही कराने में शट डाउन लिया जाता है। उपभोक्ताओं को कोई दिक्कत नहीं हो इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
- एमपी सिंह, एसई