प्लाट खरीदकर छोड़ना पड़ेगा भारी, निगम करेगा निगरानी, जानिए पूरा मामला Aligarh news
प्लाट खरीद कर यूहीं छोड़ देना भारी पड़ सकता है। दैनिक जागरण में निगम बेफिक्र कूड़े में समा गए चेतावनी बोर्ड शीर्षक से प्रकाशित खबर का संज्ञान लेकर नगर आयुक्त ने तत्काल तीन सदस्यीय टीम गठित कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
अलीगढ़, जेएनएन । प्लाट खरीद कर यूहीं छोड़ देना भारी पड़ सकता है। दैनिक जागरण में ''''निगम बेफिक्र, कूड़े में समा गए चेतावनी बोर्ड'''' शीर्षक से प्रकाशित खबर का संज्ञान लेकर नगर आयुक्त ने तत्काल तीन सदस्यीय टीम गठित कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। ये टीम ऐसे प्लाटों का ब्यौरा जुटा रही है, जो बिना बाउंड्री के हैं और कूड़ा डाला जा रहा है। सड़क और नालियां भी क्षतिग्रस्त हो रही हैं। जांच टीम से वार्ड स्तर पर जानकारी मांगी गई है।
बाउड्री न होने से लोग फेंक देते हैं कूड़ा
शहर में खाली प्लाट मुसीबत बने हुए हैं। बाउंड्री न होने से यहां कूड़ा पड़ता है। सफाई कर्मचारी भी यहीं कूड़ा फेंक आते हैं। लंबे समय से कूड़ा पड़ने से कई प्लाटों में कूड़े के ढेर लग गए हैं। इससे संक्रामक रोग फैलने का खतरा तो रहता ही है, नालियां और सड़क भी क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। सड़न, दुर्गंध से परेशानी होती है। इन्हीं परेशानियों को देखते हुए तत्कालीन नगर आयुक्त सत्यप्रकाश पटेल ने प्लाट स्वामियों को चेतावनी देकर प्लाटों को नगर निगम की संपत्ति घोषित कर बोर्ड लगवा दिए थे। लेकिन, कुछ असर नहीं हुआ। कुछ बोर्ड तो अब भी लगे हैं, बाकी उखड़ चुके हैं। कूड़ा अभी भी वहीं फेंका जा रहा है। जबकि, प्लाट खरीदने के बाद बाउंड्री कराना जरूरी है। बाउंड्री न होने से नाली निमार्ण में दिक्कत होती है। नाली बन भी जाएं तो ढह जाती हैं, सड़क भी उखड़ने लगती है। जागरण ने इन्हीं परेशानियों को उजागर किया था।
ब्यौरा जुटा रही टीम
सहायक नगर आयुक्त राजबहादुर सिंह के नेतृत्व में गठित टीम में नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. शिवकुमार और सहायक अभियंता निर्माण सिब्ते हैदर सदस्य हैं। टीम सभी वार्डों में खाली प्लाट का ब्यौरा जुटाकर कार्रवाई करेगी। निगरानी भी रखी जाएगी।
इनका कहना है
प्रकरण काफी गंभीर है। टीम गठित कर दी गई है। जनहित में इसे सर्वोच्य प्राथमिकता पर रखकर प्रभावी कार्रवाई कराई जाएगी।
प्रेम रंजन सिंह, नगर आयुक्त