पत्नी ने प्रेमी से मिलकर ऐसे कराई दुकानदार की हत्या, सब रह गए दंग
सादाबाद क्षेत्र के गांव बिसावर में दुकानदार की हत्या की गुत्थी पुलिस ने चंद घंटों में ही सुलझा ली। पुलिस के मुताबिक दुकानदार की पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी।
हाथरस (जेएनएन)। सादाबाद क्षेत्र के गांव बिसावर में दुकानदार की हत्या की गुत्थी पुलिस ने चंद घंटों में ही सुलझा ली। पुलिस के मुताबिक दुकानदार की पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। पे्रमी ने ही दुकानदार को फोन कर शराब बेचने के लिए खेत पर बुलाया था और वहीं कैंची से उसकी हत्या कर शव पोखर में फेंक दिया। पुलिस सर्विलांस की मदद से हत्यारोपित तक पहुंची। आरोपित के पास से हत्या में प्रयुक्त कैंची और मृतक के दोनों मोबाइल फोन बरामद किए हैं। पुलिस ने दुकानदार की पत्नी को मामले में साजिश रचने का आरोपी बनाते हुए गिरफ्तार किया है। दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा गया।
दुकान पर हो गया था प्रेमी से इश्क
एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना और एएसपी सिद्धार्थ वर्मा ने प्रेसवार्ता कर हत्याकांड से पर्दा उठाया। एसपी ने बताया कि परचून दुकानदार दिलीप कुमार की पत्नी मीनू अक्सर पति की गैरमौजूदगी में दुकान पर बैठती थी। गांव का प्रांशू उर्फ ङ्क्षप्रस चौधरी अक्सर मीनू से सामान खरीदने आता था। इसी दौरान दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए। इसका पता दिलीप को चला तो उसने मीनू के साथ मारपीट शुरू कर दी और उसके दुकान पर बैठने पर रोक लगा दी। मीनू पति की आए दिन की मारपीट से तंग आ गई थी। उसने प्रांशू के साथ मिलकर होली पर दिलीप को ठिकाने लगाने की योजना बनाई।
हत्या के बाद पोखर में फेंका था शव
दिलीप परचून की दुकान पर शराब भी बेचता था। प्रांशू ने होली वाले दिन 21 मार्च की शाम को दिलीप को फोन कर कई पेटी शराब खरीदने की बात कही। एक साथ हजारों की शराब खरीदने की बात से दिलीप लालच में आ गया। प्रांशू ने उसे खेत पर शराब की डिलीवरी देने को बुलाया। दिलीप जब खेत पर पहुंचा तो प्रांशू ने कैंची के फाल से उसकी गर्दन रेतकर हत्या कर दी और शव पोखर में फेंक दिया। इसके बाद दिलीप की बाइक को नगला छत्ती को जाने वाले रास्ते पर खड़ा कर दिया, ताकि पुलिस जांच के दौरान गुमराह हो जाए। हत्या में प्रयुक्त कैंची और दिलीप के मोबाइल फोन गेहूं के खेत में छिपा दिए।
पुलिस के सामने उगल दिया सच
पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो दिलीप के फोन पर प्रांशू की लास्ट कॉल देखी। जांच में प्रांशू पर शक पक्का होने के बाद उसे हिरासत में लिया गया तो उसने सच उगल दिया। एसपी ने पर्दाफाश करने वाली टीम को इनाम का एलान किया है। एसपी ने एसओजी और सर्विलांस टीम की सराहना की है। पर्दाफाश करने वाली टीम में सादाबाद एसएचओ अरङ्क्षवद कुमार राठी, एसओजी प्रभारी सुधीर कुमार राघव, मानिक चंद्र, भूपेंद्र, रावेश कुमार, अजय कुमार आदि शामिल रहे।