हाथरस में क्यों रोक दिया गया 20 शिक्षकों का वेतन? जानिए वजह
मिड डे मील उपभोग की जानकारी न दिए जाने पर अब बीएसए ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। मिड डे मील की जिम्मेदारी निभाने वाले शिक्षकों का वेतन रोका गया है।
हाथरस (जेएनएन)। मिड डे मील उपभोग की जानकारी आइवीआरएस पर न दिए जाने पर अब बीएसए ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। करीब डेढ़ दर्जन विद्यालयों में मिड डे मील की जिम्मेदारी निभाने वाले शिक्षकों का वेतन बीएसए के निर्देश पर रोका गया है। माध्यमिक विद्यालयों से सूचना न देने वाले प्रधानाचार्यों पर कार्रवाई कराने के लिए बीएसए ने डीआइओएस को पत्र लिखा है।
शिक्षकों ने एमडीएम बनाने की नहीं दी जानकारी
नवंबर में माध्यमिक और बेसिक शिक्षा के 31 विद्यालयों के शिक्षकों ने बच्चों द्वारा एमडीएम खाने की जानकारी देनी थी, लेकिन शिक्षकों ने नवंबर में एक भी दिन सूचना उपलब्ध नहीं कराई। खास बात यह है कि एमडीएम में निरंतर लापरवाही बरती जा रही है। बावजूद शिक्षक इसे गंम्भीरता से नहीं ले रहे हैं। बीएसए ने अब सूचना न देने वाले शिक्षकों का वेतन रोकने के आदेश जारी कर दिए हैं। माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों पर कार्रवाई कराने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक सुनील कुमार को पत्र लिखा है।
बीस शिक्षकों का रोका वेतन
बीएसए हरीश चंद्र ने बताय कि शिक्षकों पर कार्रवाई करने के निर्देश प्राधिकरण की ओर से आए थे। करीब डेढ़ दर्जन से अधिक शिक्षकों का वेतन रोका गया है।
देना होगा उपभोग प्रमाणपत्र
दिसंबर तक की कनवर्जन कॉस्ट का पैसा विभाग द्वारा दोपहर का भोजन निधि के खातों में ट्रांसफर करा दिया गया है। अब विद्यालयों के हेड मास्टरों को कनवर्जन कास्ट के पैसे का उपभोग कर लिए जाने का प्रमाणपत्र खंड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से उपलब्ध कराना होगा।