Hathras Case : मृतका के पिता ने क्यों नहीं खोला राहुल का लिफाफा, जानिए विस्तार से
उत्तर प्रदेश के जनपद हाथरस के गांव बूलगढ़ी प्रकरण में रोजाना नई चीजें निकल कर आ रही हैं। एक और लिफाफे का सच सामने आया है। बूलगढ़ी की मृतका के पिता ने बताया कि अभी तक कांग्रेस नेता राहुल गांधी का लिफाफा नहीं खोला गया है।
हाथरस, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के जनपद हाथरस के गांव बूलगढ़ी प्रकरण में रोजाना नई चीजें निकल कर आ रही हैं। एक लिफाफे का सच सामने आया है। बूलगढ़ी की मृतका के पिता ने बताया कि अभी तक कांग्रेस नेता राहुल गांधी का लिफाफा नहीं खोला गया है। जल्द ही बेटे को भेजकर मदद की राशि का चेक लगवाएंगे, ताकि आर्थिक मदद मिल सके। फिलहाल सरकार की ओर 25 लाख रुपये की मदद मिल चुकी है। पिता के अनुसार उनका खाता प्रधानमंत्री जन-धन योजना का है। इसमें बड़ी रकम नहीं डाली जा सकती न निकाली जा सकती है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी द्वारा सौंपा गया चेक नया खाता खोलकर उसमें डलवाएंगे। राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा तीन अक्टूबर को हाथरस आए थे। पीडि़ता के स्वजन से बंद कमरे में बातचीत की थी, इस दौरान लिफाफे में चेक सौंपा था।
राहुल ने तीन अक्टूबर को दिया चेक
गांव बूलगढ़ी की युवती की 29 सितंबर को मौत के बाद आनन-फानन देर रात अंतिम संस्कार कराने को लेकर भारी विरोध हुआ था। तीन अक्टूबर को राहुल गांधी ने बंद लिफाफे में चेक दिया था। शनिवार को मृतका के पिता ने बताया कि अभी राहुल गांधी का चेक बंद लिफाफे में है। चेक कितने का है, यह भी पता नहीं। उन्होंने बताया कि चेक के लिए नया खाता खुलवाया जाएगा।
कर्नाटक से बूलगढ़ी आया प्रतिनिधिमंडल
हाथरस : कई दिनों से बूलगढ़ी में मृतका के घर पर थमी आवाजाही शनिवार को कर्नाटक के एक प्रतिनिधिमंडल के आने के बाद शुरू हो गई। सीबीआइ की तफ्तीश शुरू होने के बाद लोगों की आवाजाही रुक गई थी। इस बीच शनिवार की दोपहर बाद कर्नाटक से आए एससी-एसटी विभाग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमय्या वाल्मीकि गांव बूलगढ़ी प्रतिनिधिमंडल के साथ आए और मृतका के भाई और पिता को सांत्वना देते कहा कि पूरी कांग्रेस पीडि़त परिवार के साथ है।