अलीगढ़ में डीएम रहे आईएएस चंद्रभूषण सिंह को क्यों मिला सम्मान, जानें विस्तार से
अलीगढ़ में डीएम रह चुके चंद्रभूषण सिंह वर्तमान में मुज्जफरनगर के डीएम हैं। तीन साल से अधिक के कार्यकाल में उन्होंने जिले को कई बड़ी उपलब्धियां दिलाईं हें। उन्होंने राज्य राजा महेंद्र प्रतााप विवि की जमीन के लिए अहम भूमिका निभाई थी।
अलीगढ़, सुरजीत पुंढीर । 12वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर सुनियोजित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक सहभागिता में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए अलीगढ़ में डीएम रहे आईएएस चंद्रभूषण सिंह को विषेश सम्मान से नवाजा गया है। फिलहाल चंद्रभूषण सिंह मुज्जफरनगर के डीएम हैं। चंद्रभूषण सिंह को कई विशेष कार्याें के लिए जिले में याद किया है। तीन साल से अधिक के कार्यकाल में उन्होंने जिले को कई बड़ी उपलब्धियां दिलाईं। लोग अब भी उनके कार्यकाल को नहीं भूलते हैं।
मुश्किल समय में संभाली थी जिले कमान
23 मार्च 2018 को जब चंद्रभूषण सिंह ने जिले की कमान संभाली थी, तब एएमयू में जिन्ना की तस्वीर का विवाद सुर्खियों में रहा। तमाम प्रदर्शन हुए। उन प्रदर्शनों में डीएम ने सख्त रुख अपनाकर निर्णय लिए। इसी बीच मथुरा रोड पर एक बड़ी बस दुर्घटना के बाद उन्होंने शहर में संचालित निजी बस अड्डों को बाहर कराया। यह जिले की कई दशक पुरानी मांग थी। इससे यातायात व्यवस्था में काफी सुधार हुआ। इसके साथ ही शहर से लेकर जिले में कई सौ करोड़ की सरकारी संपत्तियों को कब्जा मुक्त कराया। सेंटर प्वाइंट व दोदपुर की कब्जा मुक्त खूबसूरत सड़कों का श्रेय भी चंद्रभूषण सिंह को जाता है।
राज्य विश्वविद्यालय में विशेष भूमिका
डीएम रहे चंद्रभूषण सिंह ने ट्रांसपोर्ट नगर की स्थापना का प्लान तैयार किया। खैर रोड ल्हाैसरा विसावन में उसे मूर्त रूप दिलाया। राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना में भी विशेष भूमिका निभाई। सीएम योगी के घोषणा करते ही लोधा में जमीन की तलाश पूरी की। इसी बीच सीएए-एनआरसी के आंदोलन की चुनौती आ गई, लेकिन डीएम ने पुलिस-प्रशासन के साथ डटकर मुकाबला किया। एक सप्ताह तक इंटरनेट बंद रखकर उन्होंने अराजकता के माहौल को काबू में रखा। वह पूरे-पूरे दिन अफसरों के साथ सड़कों पर खड़े रहे। जिले में वुमन प्रोटेक्शन सेल के तौर पर बड़ी सौगात दी। अप्रैल 2020 में कोरोना ने जिले में दस्तक दी। कोरोना काल में कुशल प्रबंधन करके और शासन की तर्ज पर जिले स्तर पर टीम-11 का गठन किया। प्रतिदिन कोरोना की समीक्षा बैठक करके जिले को कोरोना मुक्त कराया। कोरोना काल में नुमाइश का भी सफल आयोजन कराया। धनीपुर हवाई पट्टी को धनीपुर मिनी एयरपोर्ट के तौर पर विकसित कराया। इस पूरे कार्यकाल में जनप्रतिनिधियों से विवाद भी खूब चर्चाओं में रहे। हालांकि, डीएम ने जनहित में कोई भी निर्णय लेने में कभी झिझक नहीं की। जिला पंचायत व ब्लाक प्रमुख चुनाव को भी शांति पूर्वक संपन्न कराया।