आखिरकार अलीगढ़ के महापौर को मिल सकती है वाई श्रेणी की सुरक्षा?, जानिए क्यों
अलीगढ़ : प्रदेश महापौरों की विशेष सुरक्षा व सुविधाएं बढ़ाई जा सकती हैं। इसके लिए शासन स्तर पर कवायद
अलीगढ़ : प्रदेश महापौरों की विशेष सुरक्षा व सुविधाएं बढ़ाई जा सकती हैं। इसके लिए शासन स्तर पर कवायद तेज हो गई है। 21 मई को लखनऊ में महापौर के सम्मेलन में महापौरों को वाई श्रेणी की सुरक्षा व सचिवालय पास व नगर निगम में कर्मचारी बढ़ाने के अलावा अन्य मांगें उठाई गई थीं। इसके लिए राज्यपाल, मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन दिया गया था। इन मांगों को शासन ने गंभीरता से लिया है। इसके लिए कमेटी गठित कर दी गई है। खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश में गैर भाजपाई महापौर ज्यादातर विरोधियों के निशाने पर रहते हैं, इनमें अलीगढ़ के महापौर मोहम्मद फुरकान शामिल हैं।
जानकारों के अनुसार राज्यपाल ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। महापौर मोहम्मद फुरकान ने बताया कि स्मार्ट सिटी संबंधी मीटिंग में पार्षदों के साथ भागीदारी व मानदेय की मांग भी शामिल थी। कमेटी गठित करना अच्छी बात है। सभी को बराबर की सुविधाएं मिलनी चाहिए।
बताते चलें कि अलीगढ़ और मेरठ में गैर भाजपाई महापौर हैं। इन दोनों जगहों पर ज्यादातर भाजपाई पार्षद हावी रहते हैं। छोटी-छोटी बातों को मुद्दा बनाकर महापौर को घेरने का प्रयास किया जाता है। कई बार पार्षद आक्रामक हो जाते हैं। खास बात यह है कि नगर निगम की बोर्ड की जब भी अलीगढ़ में बैठक होती है तो हंगामा जरूर हो जाता है। ध्यान देने योग्य बात यह है कि अलीगढ़ में कुछ दिन पहले महापौर ने एक प्रतिमा को माल्यार्पण कर दिया। इसके बाद भाजपाइयों में इतना गुस्सा बढ़ गया उन्होंने प्रतिमा को गंगा जल से साफ किया था। इसके बाद पूर्व विधायक जमीरउल्ला ने भी बदले की कार्रवाई कर प्रतिमा को साफ कर दिया था। मौजूदा हाल यह है कि अलीगढ़ के महापौर मोहम्मद फुरकान ज्यादातर भाजपाइयों के निशाने पर रहते हैं।