बदलते परिवेश में कौन सा कोर्स उड़ाएगा कोर्स तैयार करने वालों की नींद, जानिए मामला Aligarh news
अब बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों मेें पढ़ाने वाले गुरुजनों के लिए शासनस्तर से इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स तैयार किया गया है। इसको करने के बाद सरकारी स्कूलों के शिक्षक भी फर्राटेदार अंग्रेजी बोलेंगे। इनके लिए इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स तैयार कर लिया गया है।
अलीगढ़, जेएनएन । विद्यार्थी जीवन में कई बार नए व बदले हुए कोर्स विद्यार्थियों की नींद उड़ाने का काम करते हैं। मगर अब एक ऐसा कोर्स भी तैयार किया गया है जो कोर्स तैयार करने वालों की नींद भी उड़ाएगा। हालांकि बदलती परिस्थितियों और बदलते शिक्षा के परिवेश के हिसाब से इस नए कोर्स की काफी जरूरत है। मगर पुराने ढर्रे में खुद को ढाल चुके लोगों के लिए यह टेंशन देने वाला भी होगा। केंद्र सरकार ने नई शिक्षा नीति को भी लागू किया है। नई शिक्षा नीति को देखते हुए और उसके क्रियान्वयन के बाद इस कोर्स की अहमियत काफी बढ़ जाएगी। भले ही अभी यह कोर्स टेंशन देने वाला लग रहा हो लेकिन, भविष्य में इसको करने वालों को लाभ ही मिलेगा।
गुरुजनो के लिए तैयार हुआ इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स
अब बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों मेें पढ़ाने वाले गुरुजनों के लिए शासनस्तर से इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स तैयार किया गया है। इसको करने के बाद सरकारी स्कूलों के शिक्षक भी फर्राटेदार अंग्रेजी बोलेंगे। इनके लिए इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स तैयार कर लिया गया है। शिक्षक-शिक्षिकाओं को अंग्रेजी बोलना सिखाने के लिए आनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। विद्यार्थियों की गुणात्मक शैक्षिक संप्राप्ति में बढ़ोतरी करने के लिए ये कदम शासन स्तर से उठाया गया है। हालांकि इसकी शुरुआत तो हो जानी चाहिए थी मगर कोरोना काल के चलते व्यवस्था अटक गई। अब वापस शिक्षा के पटरी पर आने के बाद इंग्लिश स्पीकिंग की ट्रेन फर्राटा भरेगी। आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान की ओर से इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स तैयार कर लिया गया है। 10 से 12 मिनट के कुल 120 माड्यूल तैयार किए गए हैं। 24 घंटे का पूरा कोर्स दीक्षा पोर्टल पर उपलब्ध होगा। इसके तहत शिक्षकों को बोलचाल का अभ्यास, व्याकरण, वाक्य विन्यास, उच्चारण, शब्दकोष, सामान्य त्रुटियों आदि की जानकारी दी जाएगी। इस कोर्स से संबंधित वीडियो यू-ट्यूब चैनल पर भी उपलब्ध रहेंगे। शुरुआत में हर स्कूल के एक-एक भाषा शिक्षक को ये कोर्स कराया जाएगा। जिले में 1766 प्राइमरी व 733 जूनियर हाईस्कूल हैं। इनमें करीब 5500 नियमित शिक्षक पढ़ाते हैं। बीएसए डा. एलके पांडेय ने बताया कि, शासन की ओर से सराहनीय कदम उठाया गया है। कोर्स उपलब्ध होने पर शिक्षकों को आनलाइन प्रशिक्षण में शामिल कराया जाएगा।