फीरोजाबाद और कासगंज के बदमाशों के हाथरस में क्यों होगी कुर्की ?, यह है वजह
हाथरस जंक्शन से डकैती के मामले में एक साल से फरार चल रहे चार बदमाशों के खिलाफ कुर्की वारंट जारी हो गए हैं। दो बदमाश फीरोजाबाद व दो कासगंज के हैं। हाथरस जंक्शन पुलिस ने इनके घरों पर दबिश दी।
हाथरस (जेएनएन)। हाथरस जंक्शन से डकैती के मामले में एक साल से फरार चल रहे चार बदमाशों के खिलाफ कुर्की वारंट जारी हो गए हैं। दो बदमाश फीरोजाबाद व दो कासगंज के हैं। हाथरस जंक्शन पुलिस ने इनके घरों पर दबिश दी। शातिरों के न मिलने पर मुनादी कराकर कुर्की नोटिस चस्पा कर दिए। समय अधिक हो जाने के कारण पुलिस पर इन बदमाशों को गिरफ्तार करने का दबाव है।
यह है मामला
27 अक्टूबर 2017 की रात बदमाशों ने हाथरस जंक्शन के गांव औंधुआ में घटना को अंजाम दिया था। प्रदीप सैनी निवासी हसनपुर, लोहड़ी (शामली) गांव में मधुमक्खी पालन का काम करते थे। बदमाश प्रदीप व उनके साथी दीपक को बंधक बनाकर मधुमक्खी के 145 डिब्बे लूट ले गए थे। 20 दिन बाद 17 नवंबर को घटना का पर्दाफाश किया गया था। तब पुलिस ने चार बदमाश गिरफ्तार किए थे तथा लूट के 140 डिब्बे भी बरामद कर लिए थे। कासगंज के थाना सहावर के गांव खितौली में इन डिब्बों को रखा गया था। बदमाश इन डिब्बों को भरतपुर (राजस्थान) ले जाने की फिराक में थे।
मुठभेड़ में फरार हुए थे चार बदमाश
मुठभेड़ में चार बदमाश फरार हो गए थे। चारों बदमाश बिहारी उर्फ संतरा उर्फ बरकत अली पुत्र नूर मोहम्मद व अफसर उर्फ धनुआ पुत्र भूरे खां निवासीगण जाटऊ, थाना नारखी (फीरोजाबाद), सलीम उर्फ रहमान पुत्र फकीर मोहम्मद व कल्लू पुत्र सलीम निवासीगण नगला सुम्मर (सरसई के पास), थाना अमापुर (कासगंज) फरार चल रहे हैं।
सक्रिय रहता है बंजारा गिरोह
एसएचओ हाथरस जंक्शन केपी सिंह ने बताया कि धारा 82 के नोटिस जारी होने पर पुलिस ने आरोपितों के गांव पहुंची तथा वहां नोटिस चस्पा किए। आस-पड़ोसियों से पूछताछ की, लेकिन कोई कुछ नहीं बता सका। बंजारा जाति के होने के कारण ये लोग इधर-उधर भटकते रहते हैं। यह गिरोह फीरोजाबाद, अलीगढ़, बदायूं, एटा व कासगंज में सक्रिय रहता है।