पुलिस के पचड़े में फंसे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेता एहसान खान, वारंट जारी
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेता व लोकसभा चुनाव लड़ चुके एहसान खान अब पुलिस के पचड़े में फंस गए हैं
अलीगढ़ (जेएनएन)। हरदुआगंज में 20 सितंबर को हुए एनकाउंटर में मारे गए मुस्तकीम व नौशाद के मामले में पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल उठाने वाले प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेता व लोकसभा चुनाव लड़ चुके एहसान खान अब पुलिस के पचड़े में फंस गए हैं। रविवार को ही उनके खिलाफ सफेदपुरा में साधुओं की हत्या के मामले में पीडि़त पक्ष को गवाही न देने व धमकाने के मामले में गिर्राज सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया था। सोमवार को पुलिस ने पैरवी कर कोर्ट से उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट हासिल कर लिए। शाम को ही वारंट लेकर पुलिस टीम आरोपित की गिरफ्तारी के लिए आजमगढ़ रवाना हो गई। इंस्पेक्टर हरदुआगंज डॉ. विनोद कुमार के अनुसार, एहसान खान के मोबाइल की लोकेशन व सीडीआर से पुष्टि हुई है कि वे एनकाउंटर में मारे गए मुस्तकीम व नौशाद के लगातार संपर्क में थे। सीडीआर से यह भी पता चला है कि कि वे दोनों से मोबाइल पर न केवल लंबी बातें करते थे, बल्कि अलीगढ़ आकर उनसे मिल भी चुके थे। उन्होंने बताया कि आरोपित की गिरफ्तारी के बाद ही सारी सच्चाई सामने आएगी।
फर्जी था नौशाद और मुस्तकीम का इनकाउंटर : एहसान खान
लखनऊ : प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेता एहसान खान ने अलीगढ़ में छह साधुओं की हत्या का आरोपित बनाकर इनकाउंटर में मारे गए नौशाद व मुस्तकीम मामले की सीबीआइ जांच की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने निर्दोषों का इनकाउंटर किया है। यदि 13 दिसंबर तक सीबीआइ जांच का आदेश नहीं हुआ तो प्रगतिशील समाजवादी पार्टी धरना देगी।
राजधानी में पत्रकारों से बात करते हुए प्रसपा नेता और पूर्व डीआइजी वजीह अहमद खान ने कहा कि उन्होंने इस मामले को उठाया तो अब उन्हें ही प्रताडि़त किया जा रहा है। हरदुआगंज में उनके खिलाफ गवाहों को धमकाने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि एक शिष्ट मंडल के साथ उन्होंने साधु राम स्वरूप के परिवारवालों से मुलाकात की थी। उन्होंने भी कहा कि नौशाद व मुस्तकीम हत्याओं में शामिल नहीं थे।