किसका रहेगा राज, फैसला होगा आज
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ : साढ़े चार महीने की मैराथन के बाद वह दिन आ गया है, जिस पर पूरे ि
जागरण संवाददाता, अलीगढ़ :
साढ़े चार महीने की मैराथन के बाद वह दिन आ गया है, जिस पर पूरे जिले की निगाहें टिकी हुई हैं। शुक्रवार को पूर्व मंत्री जयवीर सिंह के भतीजे एवं जिला पंचायत अध्यक्ष उपेंद्र सिंह नीटू के खिलाफ अविश्वास के लिए मतदान होना है। अपना बहुमत साबित करने के लिए दोनों गुटों ने जी-जान लगा दी है। तीन बजे तक परिणाम आ जाएगा।
सत्ता परिवर्तन के बाद ही जिला पंचायत की कुर्सी को लेकर खींचतान शुरू हो गई थी। हाईकोर्ट के आदेश के बाद बीते दिनों 28 सदस्यों ने अविश्वास की मांग के लिए डीएम को शपथ पत्र सौंपे थे। डीएम ने शक्ति प्रदर्शन के लिए छह अक्टूबर का समय दिया था। अब शुक्रवार को जिला पंचायत स्थित पंत सभागार में पीठासीन अधिकारी एवं सिविल जज सूर्यप्रकाश सिंह की अध्यक्षता में दोपहर 12 बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू होगी। फिलहाल दोनों गुट एक दूसरे को पटखनी देने के लिए ताल ठोंक रहे हैं। विरोधी गुट 28 सदस्यों के साथ होने का दावा कर रहा है। वहीं, सत्ता पक्ष अपने पास 32 सदस्यों का बहुमत होने की बात कह रहा है। दोनों ही गुटों ने अपने-अपने सदस्यों को हाईजैक कर रखा है। अधिकांश के मोबाइल फोन बंद हैं।
27 पर पूरा होगा कोरम
जिले में कुल 52 सदस्य हैं। ऐसे में 50 फीसद से अधिक 27 सदस्यों पर कोरम पूरा होता है। पंचायती राज अधिनियम के मुताबिक मतदान से पहले सभी सदस्यों की एक बैठक होगी। सदन में कोरम के हिसाब से सदस्य होने पर ही बैठक मान्य मानी जाएगी। ऐसे में नीटू पक्ष इस बैठक से दूर रह सकता है। उनकी कोशिश बैठक से पहले कोरम को रोकने की रहेगी। अगर विरोधी गुट कोरम पूरा नहीं कर पाया तो पीठासीन अधिकारी द्वारा अविश्वास मांग पत्र निरस्त कर दिया जाएगा। अगर कोरम पूरा हो भी जाता है, तो फिर विरोधी गुट को नीटू के खिलाफ 27 वोट डालने होंगे।
यह सदस्य कर सकते हैं तख्ता पटल
भले ही दोनों गुट खुद पर बहुमत होने का दावा कर रहे हों। लेकिन, हकीकत में एक-एक सदस्य जुटाने में दोनों की ही हवाइयां उड़ी हुई हैं। कुछ सदस्य ऐसे भी हैं, जिन्होंने अभी तक अपना रुख साफ नहीं किया है। इसमें पूर्व विधायक राकेश सिंह की पत्नी नीतू सिंह, राजपाल यादव एवं एक अन्य सदस्य शामिल हैं। अब मतदान के दिन सभी की निगाहें इन्हीं सदस्यों पर होंगी। यह सदस्य तख्तापलट कर सकते हैं।
भाजपा शासन में भाजपा के ही खिलाफ
इसी कुर्सी की खींचतान के बीच चाचा जयवीर सिंह समेत नीटू बसपा छोड़ भाजपा में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में सूबे में यह पहला मामला होगा जब भाजपा की सरकार में उसके ही अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है।
तैयारियां पूरी, रूट रहेगा डायवर्ट
मतदान के लिए प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। गुरुवार शाम डीएम हृषिकेश भास्कर यशोद ने एसएसपी राजेश कुमार पांडेय के साथ जिला पंचायत का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को देखा। मतदान स्थल से 200 मीटर दूर ही वाहनों को रोक दिया जाएगा। तस्वीर महल एवं कलक्ट्रेट के सामने बेरिकेडिंग की गई है। इस दायरे से रूट भी डायवर्ट रहेगा।
एक साथ पहुंचेंगे सदस्य :
विरोधी गुट के अजीत गौड़ के मुताबिक उनके सभी 28 सदस्य शहर में आ चुके हैं। वह सुबह 11 बजे एक साथ जिला पंचायत पहुंचेंगे। वहीं, नीटू पक्ष का भी दावा है कि उनके पास बैठक से गैर हाजिर रहने का रास्ता खुला हुआ है। अगर जरूरी हुआ तो वह 10 मिनट में वहां पहुंच जाएंगे।
इस तरह रहा है क्रम
- 17 अप्रैल को जिला पंचायत की बैठक का विरोध।
- एक जुलाई को विरोधी गुट ने पहली बार डीएम को अविश्वास मांगपत्र सौंपा।
- दो दिन बाद चार सदस्यों के हस्ताक्षर न मिलने पर किया गया वापस।
- चार जुलाई को विरोधी गुट ने हस्ताक्षर सही कर अविश्वास मांग पत्र दिया।
- 12 जुलाई को डीएम ने शक्ति प्रदर्शन के लिए 29 जुलाई का समय दिया।
- 26 जुलाई को नीटू की याचिका पर हाईकोर्ट ने अविश्वास वापस किया
- एक अगस्त को विरोधी गुट दोबारा से अविश्वास देने डीएम के पास पहुंचा।
-डीएम ने अविश्वास मांग पत्र लेने से मना कर दिया।
- 11 अगस्त को विरोधी गुट की याचिका पर हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया।
- 17 को डीएम ने दोबारा से विरोधी गुट के अविश्वास मांग पत्र को ले लिया
-25 अगस्त को शासन की राय के बाद डीएम ने अविश्वास को वापस कर दिया।
-विरोधी गुट दोबारा से हाईकोर्ट पहुंच गया और अविश्वास लेने के आदेश हुए।
-19 सितंबर को डीएम ने शक्ति प्रदर्शन के लिए छह अक्टूबर का समय दिया।
-चार अक्टूबर को बबीता सिंह ने वोट न डालने का एलान किया।
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इनका कहना है:::
मतदान के लिए सभी तैयारियां पूरी कर दी गई हैं। सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम हैं। मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई हैं। भारी मात्रा में पुलिस बल लगाया गया है।
हृषिकेश भास्कर यशोद, डीएम
हमारे पास पूर्ण बहुमत है। मतदान में यह साबित भी हो जाएगा। सभी सदस्यों का मुझे पूर्ण सहयोग मिला है और आगे भी मिलता रहेगा।
-उपेंद्र सिंह नीटू, जिला पंचायत अध्यक्ष