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Loksabha Elections 2019: वोटर वीवीपैट को भी कर सकेंगे चैलेंज

लोकसभा चुनाव को पारदर्शी बनाने के लिए चुनाव आयोग हर संभव प्रयास कर रहा है। पहली बार हर बूथ पर वीवीपैट का प्रयोग हो रहा है। इसके साथ ही अब मतदाता वीवीपैट को भी चैलेंज कर सकेंगे।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Wed, 27 Mar 2019 08:11 PM (IST)Updated: Thu, 28 Mar 2019 10:38 AM (IST)
Loksabha Elections 2019: वोटर वीवीपैट को भी कर सकेंगे चैलेंज
Loksabha Elections 2019: वोटर वीवीपैट को भी कर सकेंगे चैलेंज

अलीगढ़ (सुरजीत पुंढीर)। लोकसभा चुनाव को पारदर्शी बनाने के लिए चुनाव आयोग हर संभव प्रयास कर रहा है। पहली बार हर बूथ पर वीवीपैट का प्रयोग हो रहा है। इसके साथ ही अब मतदाता वीवीपैट को भी चैलेंज कर सकेंगे। अगर किसी भी वोटर को अपने वोट पर शक है तो वह पीठासीन अधिकारी से शिकायत कर वीवीपैट की जांच करवा सकेगा, लेकिन अगर इस जांच में मशीन शिकायत झूठी मिली तो फिर तत्काल उस व्यक्ति को हिरासत में ले लिया जाएगा। फर्जी शिकायतें कर समय बर्बाद न हो इसके लिए जेल का प्रावधान हो रहा है।

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जिले में हैं 3020 बूथ
जिले में कुल 3020 बूथ हैं। इन सभी बूथों पर पहली बीयू व सीयू के साथ में वीवीपैट का प्रयोग हो रहा है। इस वीवीपैट में एक मतदाता को वोट डालने के दौरान एक पर्ची दिखाई देगी। इस पर जिस प्रत्याशी को वोट दिया है उसका नाम और फोटो। पिछले कुछ दिनों में सामने आया है कि कुछ मतदाता फर्जी वोट पडऩे के आरोप लगाते हैं। ऐसे में आयोग ने इस बार इसमें नई व्यवस्था भी की है। कोई भी मतदाता अपने बूथ पर पीठासीन अधिकारी को लिखित में वोट गलत पडऩे की आपत्ति दर्ज करेगा। इसके बाद पीठासीन अधिकारी उसकी जांच करेगा। ईवीएम के उसी नंबर पर वोट कास्ट का मौका दिया जाएगा। अगर उनके दावे सही साबित हुए तो वहां की ईवीएम को बदला जाएगा, लेकिन अगर उसका दावे गलत निकले तो उसे हिरासत में लेकर जेल भेज दिया जाएगा। पिछले दिनों आयोग के प्रशिक्षण में अफसरों को इसकी जानकारी दी गई है।

फर्जी मतदान पर यह नियम
मतदान के दौरान मतदान केंद्र पर मौजूद राजनीतिक दल के कार्यकर्ता फर्जी मतदाताओं के खिलाफ अपना दावा वहां मौजूद पीठासीन पदाधिकारी के पास पेश कर सकते हैं। तो फिर पीठासीन अधिकारी मामले की जांच करेंगे। जांच में आरोप को सही पाए जाने पर संबंधित मतदाताओं को जेल भेजा जाएगा। लेकिन अगर दावा गलत साबित हुआ तो दावा करने वाले राजनीतिक दल के अभिकर्ता भी जेल भेज दिया जाएगा।

7 सैकेंड तक दिखेगी वीवीपैट की पर्ची
ईवीएम में कोई भी बटन दबाने के बाद उससे जुड़ी वीवीपैट पर्ची निकलेगी। यह सात सैकंड तक वोट देने वाले को दिखेगी। वह देख सकेगा कि जो बटन उसने दबाया है वोट उसी को मिला है या नहीं। जिसे वोट दिया है वीवीपैट पर उसका नाम और चुनाव चिन्ह छप कर निकलेगा।

अहम बातें

-मतदान के दौरान गलत जगह वोट जाने की संभावना की कर सकेंगे पड़ताल

-अगर दावा झूठा हुआ तो प्रशासनिक अफसर मतदाता को तत्काल भेजेंगे झेल

-पीठासीन अधिकारी से शिकायत कर मतदात दर्ज कराएगी अपनी शिकायत


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