अलीगढ़ में लोगों ने रोकी बरेली-पैसेंजर ट्रेन, जानिए क्या रही वजह...
अतरौली क्षेत्र में गाव जामुनका के पास रेलवे लाइन पर बने मानव रहित गेट को बंद किए जाने का किया विरोध।
अलीगढ़ (जेएनएल)। रेलवे के नए आदेश से तो लोग भड़क गए। अतरौली क्षेत्र में गाव जामुनका के पास रेलवे लाइन पर बने मानव रहित गेट को बंद किए जाने का विरोध बुधवार को रेलवे ट्रैक पर आ गया। गुस्साए ग्रामीणों ने इस फाटक को खोलने की मांग को लेकर ट्रैक जाम कर दिया। दरांती व डंडा लेकर लोग ट्रैक पर आ गए और ट्रेनों का आवागमन बंद करा दिया। यहां करीब 20 मिनट तक अलीगढ़- बरेली पैसेंजर ट्रेन को रोके रखा।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और लोगों को समझाकर ट्रेन के आगे से हटाया। ट्रेन के गुजरने के बाद पुलिस की मौजूदगी में गेट को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है, जिससे ग्रामीणों में बेहद गुस्सा है। गांव जामुनका से करीब एक किलोमीटर दूर अलीगढ़-बरेली की रेलवे पटरी गुजर रही है। गांव के पास मानव रहित गेट पर पुराना फाटक है, जिसे ट्रेन आने पर गाव वाले ही बंद व खोलते थे, लेकिन किन्ही कारणों से गेट को बंद कर दिया जा रहा है। इस कारण गांव के लोगों को पांच किलोमीटर दूर तक गुजरना पड़ेगा। गांव के लोगों को काफी परेशानी होगी। रेलवे ने बुधवार को गेट बंद करने की कार्रवाई शुरू दी, जिससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए। गुस्साए ग्रामीण एकजुट हो गए। ग्रामीणों ने विरोध जताया और गुस्से का इजहार किया। ग्रामीणों ने गांव से एक किलोमीटर दूर बरेली से चलकर अलीगढ़ आ रही पैसेंजर ट्रेन को रोक दिया। ट्रेन को ग्रामीणों ने 20 मिनट रोके रखा। जानकारी मिलने पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने ग्रामीणों को समझाकर रेलवे पटरी से हटाया। इसके बाद ही ट्रेन अलीगढ़ की ओर रवाना हुई। रेलवे पटरी के दूसरी ओर है जनपद बुलंदशहर ग्रामीणों का कहना है पटरी के दूसरी ओर जनपद बुलंदशहर लगता है। गेट बंद होने से उन्हें पांच किलोमीटर दूर तक घूमकर जाना पड़ेगा। इससे ग्रामीणों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ेगा।