शौर्य दिवस व काला दिवस को लेकर सतर्कता, दंगा नियंत्रण स्कीम लागू, सोशल मीडिया पर निगरानीAligarh News
अयोध्या पर महा फैसला आने के बाद आज छह दिसंबर पर शौर्य दिवस व काला दिवस मनाने को लेकर दोनों पक्षों ने किसी भी प्रकार के आयोजनों से इस बार पूरी तरह से दूरी बना रखी है।
अलीगढ़ [जेएनएन] : अयोध्या पर महा फैसला आने के बाद आज छह दिसंबर पर शौर्य दिवस व काला दिवस मनाने को लेकर दोनों पक्षों ने किसी भी प्रकार के आयोजनों से इस बार पूरी तरह से दूरी बना रखी है। उधर पुलिस-प्रशासन भी किसी प्रकार की ढि़लाई बरतने के मूड़ में नहीं हैं। जुमे को लेकर शहर में दंगा नियंत्रण स्कीम लागू कर दी गई है।
दंगा नियंत्रण स्कीम लागू
एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया कि शहर में पांच से लेकर सात दिसंबर तक दंगा नियंत्रण स्कीम लागू कर दी गई है। पर्याप्त मात्रा में आरएएफ, पीएसी बल के अलावा शहर व देहात क्षेत्र का पुलिस फोर्स एहतियातन तैनात रहेगा। जो किसी भी प्रकार की गड़बड़ी करने वालों से सख्ती से निपटेगा। उन्होंने बताया कि जिले भर में थाना स्तर पर हुई पीस कमेटी की बैठक में दोनों पक्षों के लोगों से आपसी संयम बनाए रखने के साथ ही शांति एवं सौहाद्र्र बनाए रखने की अपील की गई है। एसएसपी ने बताया कि संबंधित सीओ व इंस्पेक्टर को अपने-अपने सर्किल व थाना क्षेत्रों में मंदिर-मस्जिद व धार्मिक स्थलों की निगरानी रखने के साथ ही धर्मशाला, होटल, ढ़ाबों की चेकिंग कराने के निर्देश दिए हैं।
सोशल मीडिया पर निगरानी
एसएसपी श्री कुलहरि ने बताया कि सोशल मीडिया की निगरानी की जा रही है। उन्होंने जनपदवासियों से आपसी प्रेम, भाईचारे के साथ ही सांप्रदायिक सौहाद्र्र बनाए रखने की अपील करते हुए कहा है कि वे सोशल मीडिया पर किसी प्रकार की भडकाऊ पोस्ट न डालें न ही उन पर ध्यान दें। अफवाहें फैलाने वालों से भी सख्ती से निपटा जायेगा। यदि कोई अफवाह फैला रहा है तो उसकी अविलंब सूचना पुलिस कंट्रोल रूम के 112 व 100 नंबर पर दे दें।
संदिग्धों की तलाश में सघन चेकिंग
छह दिसंबर की पूर्व संध्या पर गुरुवार को सीओ सिविल लाइन अनिल कुमार समानियां के नेतृत्व में पुलिस ने इंस्पेक्टर सिविल लाइन अमित कुमार, आरपीएफ सीएस तोमर, जीआरपी यशपाल सिंह के साथ मिलकर रेलवे स्टेशन पर संदिग्धों की तलाश में चेकिंग की। हालांकि पुलिस को कोई संदिग्ध नहीं मिला। उधर पुलिस ने बस स्टैंड, होटल, ढ़ाबों के अलावा मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में मंदिर, मस्जिद व धार्मिक स्थलों की चेकिंग का अभियान चलाया गया।