Vaccine War Against Corona : नहीं मिला पुलिस व राजस्व कर्मियों का डेटा, इंतजार में स्वास्थ्य विभाग Aligarh News
कोरोना के खिलाफ वैक्सीन वार शुरू हो चुका है जिसका आगाज 16 जनवरी को हुआ। अब पहले चरण के अंतर्गत 22 जनवरी को दूसरा टीकाकरण सत्र प्रस्तावित है। इसमें भी पुलिस व स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना का टीका लगेगा।
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना के खिलाफ वैक्सीन वार शुरू हो चुका है, जिसका आगाज 16 जनवरी को हुआ। अब पहले चरण के अंतर्गत 22 जनवरी को दूसरा टीकाकरण सत्र प्रस्तावित है। इसमें भी पुलिस व स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना का टीका लगेगा। कोविड पोर्टल पर दर्ज सूची के अनुसार जिले में करीब 14 हजार स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा। इसके बाद दूसरे चरण में राजस्व कर्मियों का टीकाकरण होना है, लेकिन 10 दिन बाद भी स्वास्थ्य विभाग को इनकी सूची प्राप्त नहीं हुई है। सबसे ज्यादा परेशानी इसी कार्य में सामने आई है। पहले स्वास्थ्य कर्मियों के डेटा लेने में भी दिक्कत हुई।
दूर होगा कोरोना का खतरा
कोरोना से बचाव के लिए दूसरे चरण में राजस्व कर्मियों, पुलिसकर्मियों को भी वैक्सीन लगाने का निर्णय लिया गया है। दरअसल, ये कर्मचारी भी सीधे जन सामान्य के संपर्क में रहते हैं। इन्हें कोरोना का खतरा बहुत ज्यादा रहता है। कोविड काल में काफी कर्मचारी संक्रमित भी पाए गए। जिलाधिकारी कार्यालय, पुलिस कार्यालय एवं तहसील कार्यालयों में कार्यरत अधिकारी एवं कर्मचारियों को टीका लगाने की तैयारी की जा रही है। विशेष प्रारूप पर कर्मचारियों का नाम, पदनाम, पता, मोबाइल नंबर, जन्मतिथि, पहचान पत्र आदि जानकारियां अपलोड करनी होंगी।
तैयारियां जारी
कर्मचारियों को टीका लगाने के लिए मंडलायुक्त कार्यालय एवं चकबंदी कार्यालय के कर्मचारी एवं सफाईकर्मियों को भी शामिल किया जाएगा। तहसील कार्यालयों में विवरण जुटाने का काम शुरू हो गया है। विवरण जुटाने के बाद डेटा कंप्यूटर पर अपलोड किया जाएगा। मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय से इस विवरण को कोविन पोर्टल पर अपलोड होगा। वेबसाइट के माध्यम से ही अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बताया जाएगा कि टीका लगवाने के लिए उन्हें कब उपलब्ध होना है। किस बूथ पर टीका लगेगा, इस बात की जानकारी भी दी जाएगी।
पहला चरण समाप्त होने से पूर्व जल्द ही पुलिस व राजस्व कर्मियों का डेटा कोविन पोर्टल पर अपलोड हो जाएगा। इस पर तेजी से काम चल रहा है।
- डा. दुर्गेश कुमार, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी।