पोलिंग बूथ की तरह बनेंगे ‘वैक्सीन बूथ’, कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए चुनाव जैसी तैयारियां शुरू,Aligarh News
कोरोना से निपटने के लिए भले ही अभी किसी दवा को केंद्र सरकार की ओर से मंजूरी नहीं मिली है लेकिन जनपद में हजारों लोगों को पहले चरण की वैक्सीन के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं। अफसरों के अनुसार जनवरी में वैक्सीन मिलने की संभावना है।
By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Thu, 17 Dec 2020 08:12 AM (IST)Updated: Thu, 17 Dec 2020 08:12 AM (IST)
अलीगढ़, जेएनएन। कोरोना से निपटने के लिए भले ही अभी किसी दवा को केंद्र सरकार की ओर से मंजूरी नहीं मिली है, लेकिन जनपद में हजारों लोगों को पहले चरण की वैक्सीन के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं। अफसरों के अनुसार जनवरी में वैक्सीन मिलने की संभावना है। खास बात ये है कि जिस तरह चुनाव में पोलिंग बूथ बनाए जाते हैं, उसी तरह वैक्सीन बूथ बनाए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग ने बूथ बनाने के लिए 35 वैक्सीन स्थल चिह्नित कर लिए हैं।
ये हैं तैयारियां
जिले में सबसे पहले सरकारी व प्राइवेट हेल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और बुजुर्गों को वैक्सीन देने की तैयारी है। इसमें भी हेल्थ वर्कर्स को सबसे पहले वैक्सीन लगाई जाएगी, इनकी संख्या 10 हजार से अधिक है। वैक्सीन रखने के लिए कोल्ड चैन तैयार हैं। अभी यह पता नहीं कि वैक्सीन कितने तापमान पर सुरक्षित रहेगी। लिहाजा, दो डिग्री से लेकर माइनस आठ डिग्री तक तापमान मेें वैक्सीन रखने की व्यवस्था पहले से ही कर ली गई है, ताकि बाद में आनन-फानन कुछ न करना पड़े।
एक वैक्सीन बूथ में तीन कक्ष
सीएमओ डाॅ. बीपीएस कल्याणी ने बताया कि शुरूआत में 35 बूथ बनाए गए हैं। ये बूथ तीनों जिला स्तरीय अस्पताल, 13 सीएचसी, 17 अर्बन पीएचसी व दो अन्य स्थानों पर बनाए जाएंगे। प्रत्येक बूथ में तीन-तीन कक्ष होंगे, जहां पर वैक्सीन लगाने की व्यवस्था होगी।
वीडियो रिकार्डिंग होगी, सीसीटीवी कैमरे भी
सीएमओ ने बताया कि प्रत्येक वैक्सीन बूथ की वीडियो रिकाॅर्डिंग की व्यवस्था की जाएगी। सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। वैक्सीनेशन में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी। निगराने के लिए प्रत्येक बूथ, प्रत्येक ब्लाॅक व मुख्यालय पर पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे। सरकारी व निजी डॉक्टरों को इस अभियान में विशेष जिम्मेदारी दी जाएगी। जनभागीदारी के भी प्रयास किए जाएंगे और उन्हें उचित प्रशिक्षण दिया जाएगा।
एएफआइ कमेटी रखेगी सेहत पर नजर
सीएमअो के अनुसार प्रत्येक बूथ पर एक एएफआई कमेटी बनेगी। यदि वैक्सीनेशन के बाद किसी लाभार्थी को कोई परेशानी होती है तो कमेटी उसे प्राथमिक उपचार मुहैया कराएगी। इसके लिए कमेटी के पास एक विशेष किट होगी। इसीलिए, वैक्सीन लगने के बाद लाभार्थी आधा घंटे तक बूथ पर ही रुकना होगा। बूथ छोड़ते वक्त लाभार्थी को कुछ मोबाइल नंबर उपलब्ध कराए जाएंगे, ताकि बाद में कोई दिक्कत होने पर वे मदद ले सकें।
वैक्सीनेशन की ट्रेनिंग
बुधवार को जूम पर लखनऊ से वैक्सीनेशन की ट्रेनिंग हुई। इसमें सीएमअो के अलावा जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डाॅ. दुर्गेश कुमार, उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी शरद गुप्ता, मास्टर ट्रेनर डाॅ. हुमा खान, डाॅ. तुफैल, डाॅ. विकास रघुवंशी के अलावा यूनिसेफ व डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि शामिल हुए। मास्टर ट्रेनर जल्द ही वैक्सीनेटरों को ट्रेनिंग देना शुरू करेंगे।
10 डोज की होगी वायल
कोरोना वैक्सीन के बारे में कहा जा रहा है कि यह 10 डोज की होगी। इसमें वैस्टेज फैक्टर भी होगा।
50 हजार कोविड-19 जांच करके दीनदयाल प्रदेश में अव्वल
अलीगढ़: प्रदेश सरकार ने कोविड-19 वायरस का प्रकोप बढ़ने पर अधिक से अधिक जांच के इरादे से प्रदेश के आठ जनपद स्तरीय अस्पतालों में आरटीपीसीआर लैब स्थापित कराईं थी। इनमें अलीगढ़ के दीनदयाल अस्पताल के अलावा जनपद गोंडा, बलरामपुर, बरेली, वाराणसी, मुरादाबाद, मिर्जापुर व गाजियाबाद के जिला स्तरीय अस्पताल को चुना गया। सभी लैबों की क्षमता प्रतिदिन 500 जांच करने की है। इसमें दीनदयाल अस्पताल ने बड़ी उपलब्ध हासिल की है। सोमवार को दीनदयाल अस्पताल ने 50 हजार जांच पूरी कर इन अस्पतालों में सबसे ऊपर जगह बना ली है। वाराणसी (40118) दूसरे, गाजियाबाद (37443) तीसरे, लखनऊ (31294) चौथे, मुरादाबाद (29280) पांचवें, मिर्जापुर (27606) छठवें, बरेली (24076) सातवें व गोंडा (22039) आठवें स्थान पर रही। सीएमअो डाॅ. बीपीएस कल्याणी ने इस उपलब्धि के लिए दीनदयाल अस्पताल के पैथोलाॅजिस्ट डाॅ. सुमित व सीएमएस डाॅ. एबी सिंह को बधाई दी है।
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