अलीगढ़ में पूर्व विधायक की पत्नी को गाड़ी समेत थाने भिजवाने पर हंगामा aligarh news
गाड़ी जब थाने जा रही थी तो पूर्व विधायक की पत्नी भी गाड़ी में बैठ गईं। उन्होंने इसकी सूचना अपने पति पूर्व विधायक राकेश सिंह को दी तो वह कुछ देर बाद ही मौके पर पहुंच गए।
अलीगढ़ (जेएनएन)। रामघाट रोड स्थित होटल ऑर्चिड ब्ल्यू के पास हुई एक लाख की लूट के बाद चेकिंग कर रही पुलिस सपा के पूर्व विधायक राकेश सिंह की गाड़ी के शीशे पर चड़ी काली फिल्म को देकर अटक गई। पुलिस ने चालक से फिल्म उतारने को कहा तो वह राजी नहीं हुआ। गुस्साए एएसपी ने गाड़ी में दो सिपाही बिठाकर थाने भिजवा दिया। पूर्व विधायक की पत्नी व जिला पंचायत सदस्य नीतू सिंह भी गाड़ी में सवार हो गईं। इसी बात पर बखेड़ा खड़ा हो गया। सूचना पर पहुंचे पूर्व विधायक की एएसपी व सीओ सिविल लाइन से तीखी नोकझोंक हुई। कहा कि पत्नी को सिपाहियों के साथ थाने भिजवाने की हिम्मत कैसे हुई? रोड पर काफी देर हंगामा होता रहा। इससे जाम भी लग गया।
गाड़ी के शीशों पर चढ़ी काली फिल्म उतारने को कहा था
पुलिस ने जिस वक्त गाड़ी की घेराबंदी की थी, उस समय गाड़ी में कोई भी नहीं था। बाद में चालक आ गया। पुलिस ने उससे शीशों पर चढ़ी फिल्म उतारने के लिए कहा तो उसने पूर्व विधायक की गाड़ी होने का हवाला देते हुए इन्कार कर दिया। इससे एक दिन पहले ही अलीगढ़ आए एएसपी का पारा चढ़ गया। उन्होंने गाड़ी में दो सिपाही बिठाकर क्वार्सी थाने भेजने के आदेश दिए।
विधायक को दी जानकारी
गाड़ी जब थाने जा रही थी तो पूर्व विधायक की पत्नी भी गाड़ी में बैठ गईं। उन्होंने इसकी सूचना अपने पति पूर्व विधायक राकेश सिंह को दी तो वह कुछ देर बाद ही मौके पर पहुंच गए। रामघाट रोड पर कुंजीलाल दालसेब वालों की दुकान के सामने उन्होंने गाड़ी को रुकवा लिया। गाड़ी में बैठे सिपाहियों ने इसकी सूचना सीओ को दी तो वो भी एएसपी के साथ पहुंच गए। यहां पूर्व विधायक व अधिकारियों में तीखी बहस हुई। विधायक का यही कहना था कि पत्नी को सिपाहियों के साथ थाने भेजने का क्या औचित्य? अधिकारी भी समझाने में जुटे रहे कि जिस वक्त गाड़ी को थाने भिजवाया था, उस समय वो गाड़ी में नहीं थी। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। पुलिस भी तब मानी जब गाड़ी के शीशों से काली फिल्म उतार ली।
यह गलत है
पूर्व विधायक राकेश सिंह का कहना है कि पुलिस जुर्माना लगा सकती थी। गाड़ी में सिपाहियों को बिठाकर पत्नी को थाने भेजना तो सरासर गलत है। वो एक जनप्रतिनिधि भी हैं। इसी का मैंने विरोध किया था।
बाद में आईं विधायक की पत्नी
सीओ सिविल लाइन अनिल समानिया का कहना है कि जिस वक्त सिपाहियों को गाड़ी में बिठाया था, पूर्व विधायक की पत्नी गाड़ी में नहीं थीं। बाद में वह गाड़ी में बैठी थीं। गाड़ी पर काली फिल्म चढ़ी हुई थी, जिसे उतरवा दिया गया।