UP Panchayat Chunav 2021: हाथरस में उपाध्याय परिवार में रार, देवरानी-जेठानी जिला पंचायत सदस्य पद पर आमने-सामने
UP Panchayat Chunav 2021 हाथरस में जिला पंचायत सदस्य पद पर भाजपा से टिकट पाने वाली छोटे भाई मुकुल की पत्नी के सामने रामवीर ने अपनी पूर्व सांसद पत्नी सीमा को को उतार दिया है। सीमा उपाध्याय जेठानी हैं तो रितु उपाध्याय देवरानी हैं।
हाथरस, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में गांव की सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरू होते ही परिवार के साथ ही नजदीकी रिश्तेदारों में दरार पडऩे लगी है। हाथरस में बड़े नेता माने जाने वाले रामवीर उपाध्याय के परिवार में ही जिला पंचायत सदस्य पद पर उम्मीदवारी को लेकर रार सामने आ गई है। शनिवार को यहां जिला पंचायत सदस्य पद पर रामवीर उपाध्याय की पत्नी पूर्व सांसद सीमा उपाध्याय ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उनकी देवरानी भाजपा प्रत्याशी रितु उपाध्याय रविवार को नामांकन करेंगी।
जिला पंचायत सदस्य पद के लिए भाजपा से टिकट पाने वाली छोटे भाई मुकुल की पत्नी के सामने रामवीर ने अपनी पूर्व सांसद पत्नी सीमा को को उतार दिया है। सीमा उपाध्याय जेठानी हैं तो रितु उपाध्याय देवरानी हैं। जिला पंचायत सदस्य पद के चुनाव में पूर्व मंत्री और सादाबाद से बसपा से निलंबित विधायक रामवीर उपाध्याय ने अपनी सियासी चाल चली। उन्होंने भाजपा से टिकट पाने वालीं छोटे भाई मुकुल की पत्नी रितु उपाध्याय के खिलाफ अपनी पत्नी सीमा उपाध्याय को उतारने की घोषणा कर सभी को चौंका दिया। दोनों ही वार्ड नंबर 14 पर आमने-सामने होंगी। सीमा उपाध्याय ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंच कर नामांकन किया।
इसके बाद रामवीर उपाध्याय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कांफ्रेंस शुरू होते ही मुकुल उपाध्याय आगरा रोड पर रामवीर के आवास पर पहुंच गए। वह माइक पर बोल रहे रामवीर उपाध्याय के पैर छूने के लिए झुके तो रामवीर ने उन्हेंं वहां से जाने के लिए कह दिया। इसके बाद मुकुल उपाध्याय आंखों में आंसू लिए घर की गैलरी की तरफ चले गए। इस घटनाक्रम को लेकर सभी चौंक गए।
सांसद और जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं हैं सीमा: पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर की पत्नी सीमा उपाध्याय फतेहपुर सीकरी से सांसद रहीं हैं, इसके अलावा दो बार हाथरस की जिला पंचायत अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। रितु उपाध्याय की जिला पंचायत के चुनाव में पहली बार एंट्री कर रही हैं। वह 2017 में हाथरस नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ी थीं और हार गई थीं। मुकुल उपाध्याय बसपा से एमएलसी, इगलास विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी रह चुके हैं।
रामवीर ने तीन लोगों मैदान में उतारा: रामवीर परिवार से उनकी पत्नी सीमा उपाध्याय वार्ड नंबर 14 से नामांकन के लिए कलेक्ट्रेट पहुंच गई हैं। दूसरे नंबर के भाई विनोद उपाध्याय वार्ड नंबर 20 से और उनकी पत्नी सरोज उपाध्याय भी वार्ड 16 और 21 से रविवार को नामांकन करेंगे। उधर मुकुल उपाध्याय ने पत्नी रितु उपाध्याय का नामांकन भी रविवार को कराने की बात कही है।
भाजपा से रितु का नाम आने के बाद से रार: भाजपा ने शुक्रवार को अपने प्रत्याशियों के नामों की सूची जारी की थी। इसमें वार्ड नंबर 14 पर मुकुल उपाध्याय की पत्नी रितु उपाध्याय को प्रत्याशी बनाया गया। इसके बाद रामवीर परिवार से मतभेद की बातें चर्चाएं शुरू हुईं। रामवीर अपने दूसरे नंबर के भाई निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष विनोद उपाध्याय को भाजपा से टिकट दिलाना चाहते थे। रातभर चले कयासों के बाद रामवीर उपाध्याय ने शनिवार की सुबह आगरा रोड आवास पर प्रेसवार्ता बुलाई। वहां पर क्षेत्र के सैकड़ों लोग पहले से मौजूद थे। इस पत्रकार वार्ता में शुरू से लेकर अंत तक रामवीर उपाध्याय और विनोद उपाध्याय के टारगेट पर मुकुल उपाध्याय रहे। उन्होंने कहा कि मुकुल को पढ़ाया लिखाया, राजनीति में कद बढ़ाया। एमएलसी भी बनवाया। उन्हेंं चुनाव लड़ाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए, लेकिन मुकुल ने हमेशा धोखा दिया है। मना करने के बावजूद शिकारपुर सीट पर समधी और राज्यमंत्री अनिल शर्मा के खिलाफ 2017 में चुनाव लड़े। हालांकि हार गए थे। आरोप लगाया कि मुकुल उपाध्याय ने उनके लिए अपशब्द कहे। इसके साथ ही वार्ड 14 से मुकुल की पत्नी के सामने अपनी पत्नी सीमा उपाध्याय को निर्दलीय चुनाव लड़ाने की घोषणा कर दी। इस दौरान सीमा उपाध्याय रो पड़ीं।