UP Election 2022: लड़की के पिता करेंगे कन्या दान और लड़के के पिता कराएंगे मतदान, जानिए मामला
UP elections 2022 10 फरवरी को ड्यूटी चुनाव में है। चुनाव में डयूटी कटवाने के लिए शिक्षक वाजिब कारणों के साथ आवेेदन कर रहे हैं। बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। आवेदन करने के बाद अफसरों के पास चक्कर काट रहे हैं।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता।UP Election 2022: जिले में बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षकों व शिक्षामित्रों के सामने विकट परिस्थिति खड़ी हाे गई है। ये विषम स्थिति प्रशासन की ओर से चुनाव ड्यूटी लगाने के दौरान पनप गई है। प्रशासन या संबंधित विभाग में आवेदन करने के बाद ड्यूटी कट भी जाती है। मगर दिक्कत यहां ये है कि आवेदन करने के बाद भी वाजिब कारणों से ड्यूटी करने में अक्षम लोगों की ड्यूटी नहीं कट रही है। आवेदन करने के बाद वे लगातार प्रशासनिक अधिकारियों व संबंधित विभाग के अफसरों के पास चक्कर काटने को मजबूर हैं। ऐसा ही वाकया बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षामित्र के सामने भी आ खड़ा हुआ है।
वाजिब कारण के बावजूद अधिकारी गंभीर नहीं
प्राथमिक विद्यालय दीनापुर बिजौली में शिक्षामित्र दिनेश सिंह ने बताया कि उनके बेटे देवेश की शादी 10 फरवरी को होनी तय हुई है। 10 फरवरी को ही उनकी ड्यूटी चुनाव कार्य में लगाई गई है। इसका प्रमाण देते हुए उन्होंने ड्यूटी कटवाने का आवेदन भी किया लेकिन उनकी ड्यूटी अभी तक नहीं काटी गई है। अगर वे ड्यूटी पत्र न स्वीकार करें तो उनका मानदेय रुकने का खतरा मंडराएगा। ड्यूटी पत्र लिए हैं तो ड्यूटी न कटने से शादी के कामकाज में मन लगाना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में अगर दिनेश सिंह की चुनाव ड्यूटी नहीं कटी तो 10 फरवरी को बेटी के पिता कन्यादान कर रहे होंगे तो बेटे देवेश के पिता मतदान करा रहे होंगे। अभी की मौजूदा स्थिति से तो यही नजारा लोगों के सामने आ रहा है। ऐसे जायज कारणों से ड्यूटी करने में असमर्थ शिक्षकों की लंबी फेहरिस्त भी तैयार है। शिक्षक संघ नेताओं ने इस संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों के सामने अपनी मांग रखते हुए विरोध भी जताया है।
नहीं हो रही सुनवाई
कलक्ट्रेट पर उत्तरप्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने ऐसे प्रकरणों को साक्ष्य के साथ सामने रखकर ड्यूटी कटवाने का फिर से आवेदन किया है। मगर अभी तक उनको सिर्फ ड्यूटी कटने का आश्वासन ही मिला है। उनकी मांग अभी भी पूरी नहीं की जा सकी है। शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डा. प्रशांत शर्मा ने कहा कि अगर दो दिन में शिक्षकों की समस्याओं का निराकरण नहीं किया जाता तो शिक्षक संघ सड़क पर आंदाेलन करने को बाध्य होगा। क्योंकि लगातार प्रशासन से गुहार लगाने के बात भी शिक्षकों की बात नहीं सुनी जा रही है।