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यूपी-100 इस समय बीमार है इंतजार मत करना वरना परेशान होगे जानिए क्‍यों Hathras news

पुलिस की आपात सेवा के लिए तत्पर यूपी-100 अब बीमार हो रही है। इनकी गाडिय़ों का दम फूल रहा है। कई गाडिय़ों को सर्विस की दरकार है!

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Thu, 12 Dec 2019 05:13 PM (IST)Updated: Fri, 13 Dec 2019 08:58 AM (IST)
यूपी-100 इस समय बीमार है इंतजार मत करना वरना परेशान होगे जानिए क्‍यों Hathras news
यूपी-100 इस समय बीमार है इंतजार मत करना वरना परेशान होगे जानिए क्‍यों Hathras news

हाथरस [हिमांशु गुप्ता] : पुलिस की आपात सेवा के लिए तत्पर यूपी-100 अब बीमार हो रही है। इनकी गाडिय़ों का दम फूल रहा है। कई गाडिय़ों को सर्विस की दरकार है मगर 11 लाख रुपये बकाया होने के कारण सर्विस कंपनियों ने हाथ खड़े करने शुरू कर दिए हैं। बार-बार रिमाइंडर भेजे जाने के बाद भी भुगतान नहीं हो रहा है।

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जिले में कुल 35 वाहन यूपी-100 सेवा में लगे हैं। इनमें 15 कारें बोलेरो, 6 इनोवा, 14 बाइकें सम्मिलित हैं। 20 कारें फील्ड में रहती हैं और एक रिजर्व में। इसी तरह कुल 14 बाइकों में दो को रिजर्व में रखी जाती है। यह गाडिय़ां 24 घंटे फील्ड में रहती हैं। आपातकाल में 100 नंबर डायल करने पर कॉल सीधे लखनऊ कंट्रोल रूम पर जाता है। वहां से संबंधित पीआरवी को मैसेज कर मौके पर भेजा जाता है। यह सेवा काफी प्रभावी भी है और लोगों को तत्काल सहायता भी पहुंचती है, लेकिन ज्यादातर गाडिय़ां बिना सर्विस के दौड़ रही हैं।

हाथरस और अलीगढ़ में होती है गाडिय़ों की सर्विस
बाइकों की सर्विस हाथरस के एक डीलर के यहां होती है। वहीं बोलेरो और इनोवा कारों की सर्विस अलीगढ़ के सर्विस सेंटरों पर की जाती है। करीब 11 महीने से इन कंपनियां का भुगतान नहीं हुआ है। इस पर हाथरस के डीलर ने बाइकों की सर्विस से साफ इन्कार कर दिया है। वहीं अलीगढ़ के डीलरों ने भी बकाया जमा करने की चेतावनी देते हुए सर्विस से हाथ खड़े कर दिए हैं यूपी-100 की गाडिय़ां प्रतिदिन 24 घंटे फील्ड में रहती हैं। सुनसान इलाकों में देर रात भी इन गाडिय़ों की लाइटें चमकती दिख जाती हैं। पुलिस मेंटीनेंस विभाग के आंकड़ों के अनुसार प्रतिमाह एक गाड़ी औसतन तीन हजार किमी चलती हैं। 10 हजार किलोमीटर पर इनकी सर्विस कराना जरूरी होता है।

औसतन 12 मिनट में पहुंच जाती है गाड़ी
यूपी-100 सेवा काफी जन उपयोगी साबित हुई है। इससे क्राइम पर भी कंट्रोल हुआ है। क्विक रेस्पांस के कारण लोग इस पर भरोसा करते हैं। यही नतीजा है कि आपातकाल में हर व्यक्ति को 100 नंबर ही याद आता है। डायल करते ही यह कॉल सीधे लखनऊ पहुंचती है। वहां से एक कॉल संबंधित पीआरवी और दूसरी कंट्रोल रूम को पहुंचती है। रिपोर्ट के अनुसार हाथरस जनपद के देहात क्षेत्रों में यह गाड़ी पीडि़त के फोन करने के औसतन 10 से 12 मिनट में घटनास्थल पर पहुंच जाती है। वहीं शहरी क्षेत्रों में इनके पहुंचने का औसत टाइम 7 से 8 मिनट है।

इनका कहना है
सर्विस कंपनियों का करीब एक वर्ष का भुगतान लंबित होने की जानकारी मिली है। इसलिए यूपी-100 की कारों की सर्विस में दिक्कत आ रही है। इसके लिए शासन को एक बार फिर पत्र भेजकर जल्द भुगतान कराने के प्रयास किए जाएंगे।
-सिद्धार्थ वर्मा, एएसपी


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