भीषण गर्मी में अघोषित बिजली कटौती ने उड़ाई नींद, शोपीस बने कूलर, एसी
इन दिनों अघोषित बिजली कटौती से शहरी क्षेत्र के लोगों का हाल बेहाल है। कूलर व एसी शोपीस बनकर रह गए हैं। वहीं बिजली विभाग के जिम्मेदार अफसरों ने बिजली कटौती से इनकार किया है। पानी के लिए हैंडपंप पर लोगों की कतार देखी जा सकती है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। भीषण गर्मी में अघोषित बिजली कटौती ने लोगों की नींद उड़ा दी है। न घर में चैन मिल रहा, न बाहर। बिजली के घंटो गुल रहने से कूलर, एसी, इनवर्टर शोपीस बने हुए हैं। समस्या इनती भर नहीं है। बिजली चली जाए तो नगर निगम के नलकूप काम नहीं करते, जिससे जलापूर्ति ठप पड़ जाती है। बिजली भी तब जाती है, जब नलकूप चलाने का समय होता है। फिर हैंडपंप के आगे खाली बर्तन लिए लोगों की लंबी कतार नजर आती है।
शहरी क्षेत्र में नहीं है बिजली कटौती का रोस्टर
शहरी क्षेत्र में बिजली कटौती का रोस्टर नहीं है। 24 घंटे बिजली आपूर्ति के दिशा-निर्देश हैं। लेकिन, आपूर्ति 10 से 15 घंटे ही हो रही है। लोगों को न तो दिन और न ही रात में बिजली मिल रही है। जबकि, पिछले साल ऐसी समस्या नहीं थी। ऐसे में कहीं फाल्ट हो जाए तो हाल बेहाल हो जाता है। इस साल तापमान भी बढ़ा हुआ है। बिजली के जर्जर तारों के टूटने, ट्रांसफार्मरों के फुंकने के मामले बढऩे लगे हैं। कोई दिन ऐसा नहीं बीत रहा, जब बिजली कटौती न की जा रही हो। बिजली कब आएगी और कब जाएगी, यह भी नहीं बताया जाता। विभागीय अधिकारी कटौती से इन्कार करते हैं।
बिजली कटौती से लोग बेहाल
सोमवार को सासनीगेट इलाके में सुबह दो घंटे बिजली गायब रही। दोपहर के वक्त भी डेढ़ से दो घंटे बिजली नहीं आयी। शाम को आती-जाती रही। तुर्कमानगेट, शाहजमाल, आवास विकास, नगला मल्लाह, डोरी नगर आदि इलाकों में भी बिजली कटौती से बुरा हाल था। नलकूप ठप पड़ जाते हैं। तब लोग पानी को तरसते जाते हैं। नगर निगम के जलकर विभाग द्वारा प्रभावित इलाकों में वाटर टैंकर के जरिए जलापूर्ति की जा रही है। जीएम जल अनवर ख्वाजा ने बताया कि जलकल परिसर में पर्याप्त मात्रा में वाटर टैंकर हैं। बिजली आपूर्ति बाधित होने पर जिन इलाकों में पेयजल की समस्या होती है, वहां वाटर टैंकर तत्काल भेज दिए जाते हैं।