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हाथरस के वेदांता हॉस्पिटल संचालक पर दर्ज होंगी दो और FIR ,जानिए विस्‍तार से

बुधवार को हॉस्पिटल के प्रबंधक के खिलाफ दो और तहरीर कोतवाली हाथरस गेट में आ गई है। हालांकि प्रबंधक चिकित्सक समेत अन्य स्टाफ पर चार मुकदमे पहले से ही दर्ज हैं।पुलिस विवेचना में इन तहरीरों को भी मर्ज कर छानबीन कर रही है।

By Sandeep SaxenaEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 11:32 AM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 11:32 AM (IST)
हाथरस के वेदांता हॉस्पिटल संचालक पर दर्ज होंगी दो और FIR ,जानिए विस्‍तार से
पुलिस विवेचना में इन तहरीरों को भी मर्ज कर छानबीन कर रही है।

हाथरस, जेएनएन। उत्‍तर प्रदेश के जनपद हाथरस में मरीजों के जीवन से खिलवाड़ करने वाले वेदांता हॉस्पिटल के संचालक और स्टाफ की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रहींं। पिछले शनिवार को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त छापेमारी में तमाम अनियमितता हॉस्पिटल में मिली थी। मंगलवार तक हॉस्पिटल के प्रबंधक और स्टाफ के खिलाफ चार मुकदमें दर्ज हो चुुके थे। जिसमें तीन मुकदमें मरीजों व एक एसीएमओ के स्तर से कराया गया।

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अस्‍पताल के चार कर्मचारी जा चुके हैं जेल

ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को छापेमारी के दौरान तमाम अनियमितता मिलने पर हॉस्पिटल को सील कर दिया गया था। जबकि प्रबंधक सहित चार कम्रचारियों को जेल भेजा जा चुका है। बुधवार को हॉस्पिटल के प्रबंधक के खिलाफ दो और तहरीर कोतवाली हाथरस गेट में आ गई है। हालांकि, प्रबंधक, चिकित्सक समेत अन्य स्टाफ पर चार मुकदमे पहले से ही दर्ज हैं। पुलिस विवेचना में इन तहरीरों को भी मर्ज कर छानबीन कर रही है। नगरिया नंदराम के रहने वाले रवि कुमार ने तहरीर देते हुए कहा है कि 15 मार्च को उसकी मां शकुंतला देवी अन्य महिलाओं के साथ केला करौली की पैदल यात्रा पर जा रही थी तभी दूधिया ने टक्कर मार कर घायल कर दिया। इनको उपचार के इस अस्पताल में भर्ती कराया गया। तो डाक्टर ने कहा कि वह घबराए नहीं ज्यादा खर्चा नहीं होगा। दूसरे दिन डा. मोहित अग्रवाल ने कहा कि बिना पैसे के मां का इलाज नहीं होगा। उससे 45 हजार रुपया ले लिए गए। साथ ही 18 हजार रुपया के बिल दिए गए।

मामलों की छानबीन जारी 

दूसरी तहरीर अइयापुर कलां निवासी शांति स्वरूप पुत्र चंद्रपाल ने दी है। इसमें कहा है कि 21 सितंबर को उसकी पत्नी सरोज देवी को उल्टी दस्त के कारण यहां पर भर्ती कराया गया। चार दिन में उससे इलाज के नाम पर 80-90 हजार रुपया ले लिए गए, लेकिन पत्नी को कोई फायदा नहीं हुआ। ज्यादा हालत खराब होने पर वह बमुश्किल अपनी पत्नी को दूसरी अस्पताल ले गया जहां पर 28 सितंबर को उसकी मृत्यु हो गई। इधर इंस्पेक्टर चतर सिंह राजौरा का कहना है कि चार अभियोग दर्ज हो चुके है। दो अन्य तहरीर बुधवार को आई थी। दोनों ही मामलों की छानबीन कराई जा रही है कि दोनों मरीज हॉस्पिटल में भर्ती रहे या नहीं। उसके बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।


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