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भारत विरोधी नारेबाजी करने वाले एएमयू छात्रों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा

पुलिस ने एएमयू के कश्मीरी रिसर्च स्कॉलर समेत अज्ञात छात्रों के खिलाफ राष्ट्रदोह का मुकदमा दर्ज कर लिया है।

By Nawal MishraEdited By: Published: Fri, 12 Oct 2018 07:33 PM (IST)Updated: Fri, 12 Oct 2018 11:27 PM (IST)
भारत विरोधी नारेबाजी करने वाले एएमयू छात्रों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा
भारत विरोधी नारेबाजी करने वाले एएमयू छात्रों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा

अलीगढ़ (जेएनएन)। कश्मीर में गुरुवार को सेना से हुई मुठभेड़ में ढेर आतंकी मन्नान वानी के समर्थन में मके कश्मीरी छात्रों ने देश-विरोधी नारे लगाए थे। इसकी पुष्टि होने के साथ ही पुलिस ने दो कश्मीरी रिसर्च स्कॉलर समेत अज्ञात छात्रों के खिलाफ राष्ट्रदोह का मुकदमा दर्ज कर लिया है। सीसीटीवी फुटेज के जरिए अन्य आरोपितों की पहचान की जा रही है। आतंकी मन्नान वानी भी एएमयू का रिसर्च स्कॉलर था। उसके आतंकी बनने की खबर पर एएमयू ने उसे बर्खास्त कर दिया था।

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फैक्ट फाइल

  • एएमयू में 1565 छात्र कश्मीरी हैं 
  • एएमयू में 550 शोधार्थी हैं। 
  • कुल 23 हजार विद्यार्थी हैं  
  • 19 हजार हॉस्टल में रहते हैं 

 हो रही अज्ञात कश्मीरी छात्रों की पहचान 

एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि एएमयू से निष्कासित पीएचडी स्कॉलर आतंकी मन्नान वानी को मार गिराने के बाद गुरुवार को एएमयू कैंपस में कुछ छात्रों ने देश विरोधी नारेबाजी की थी। ये छात्र आतंकी मन्नान का समर्थन कर रहे थे। थाना सिविल लाइंस के सब इंस्पेक्टर इसरार अहमद ने ऐसे छात्रों के खिलाफ राष्ट्रदोह का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपितों में बायोकेमिस्ट्री से पीएचडी कर रहे वसीम अय्यूब मलिक  पुत्र मुहम्मद अय्युब मलिक निवासी जिला शोपियां (जम्मू कश्मीर) और इतिहास से पीएचडी कर रहे अब्दुल हसीद मीर पुत्र मुहम्मद रजब मीर निवासी जिला कुलगाम (जम्मू कश्मीर) शामिल हैं। अन्य अज्ञात कश्मीरी छात्रों की पहचान के लिए मौके पर बनाए गए वीडियो व सीसीटीवी फुटेज की मदद ली जा रही है। एएमयू इंतजामिया को भी पत्र भेजकर छात्रों को चिह्नित करने को कहा गया है। वहीं, डीएम चंद्रभूषण सिंह ने बताया कि प्रकरण से शासन को अवगत करा दिया गया है। 

एएमयू में भारत विरोधी नारेबाजी

गुरुवार को मन्नान की मौत की खबर के बाद करीब डेढ़ सौ कश्मीरी छात्र एएमयू के केनेडी हॉल के लॉन में जुटे थे। इन्होंने मन्नान को भाई बताते हुए कहा था कि वह विचारधारा था, हमेशा दिलों में जिंदा रहेगा। कुछ छात्रों ने  भारत विरोधी नारे लगाए थे। हालांकि, इंतजामिया ने इसका खंडन किया था। छात्रों ने जनाजे की नमाज पढऩे की तैयारी की तो प्रॉक्टर प्रो. एम मोहसिन खान, डीएसडब्ल्यू प्रो. जमशेद सिद्दीकी व यूनिवर्सिटी सुरक्षा गार्ड ने रोका। इनसे मारपीट हुई। गार्डों ने छात्रों को खदेड़ा। इस घटनाक्रम का वीडियो बना रहे मीडियाकर्मी धीरेंद्र सिंह को छात्रों ने पीट दिया था। फोन भी छीन लिए थे। धीरेंद्र ने अज्ञात छात्रों के खिलाफ लूट व जान से मारने की कोशिश की मुकदमा भी दर्ज कराया है। 

नौ कश्मीरी छात्रों को कारण बताओ नोटिस

कश्मीर के तहसील सोपियान के गांव ममेंदर निवासी पीएचडी (बायोकेमेस्ट्री के छात्र मोहम्मद अयूब मलिक, कुपवाड़ा के तहसील हंदवारा के गांव हमपुरा निवासी पीएचडी (इतिहास) अब्दुल हसीब मीर,  जिला कुलगाम के गांव छाहलान के बीएससी छात्र पीरजादा दानिश शब्बीर, कुलगाम के तहसील डीएच दोरा गांव नूर आबाद छोगलपोरा का बीएससी के छात्र समी उल्लाह राथर, जिला अनंतनाग की तहसील सिरगुफवारा के गांव गुगाम का एमएससी का छात्र अयाज अहमद खत, श्रीनगर के गांव पहतीपुरा सफापुरा का एमफिल का छात्र मोहम्मद सुल्तान खान, बारामूला की तहसील रोहाबल के गांव अछाबल सोपोर रफियाबाद का बीएससी का छात्र रफीक सुल्तान, बुदगाम के गांव वदवान का पीएचडी का छात्र शौकत अहमद लोन व जिला कुपरोसेस के ड्रेगमुएला काबीए का छात्र पीरजादा महबूबुल हक है। इंतजामिया ने इनके खिलाफ जांच के लिए डिप्टी प्रॉक्टर प्रो. महमूद एस खान के नेतृत्व में टीम बनाई गई है। कमेटी 72 घंटे में रिपोर्ट देगी। 

 

कैंपस में पोस्टरबाजी की अफवाह

गुरुवार को हुए तमाशे को देखते हुए जुमे की नमाज पर सबकी नजर रही। एएमयू की जामा मस्जिद में जुमे की नमाज शांति से हुई। हालांकि, अफवाह यह भी उड़ी कि हबीब हॉल (यहीं वानी रहा था) में पोस्टर और केनेडी हॉल व कैंटीन के पास कुरान व इस्लामी संदेश से जुड़े पर्चे बांटे गए हैं। इसकी किसी ने किसी ने पुष्टि नहीं की है। मेंबर इंचार्ज जनसंपर्क विभाग प्रो. साफे किदवई ने कहा कि गुरुवार को जो कुछ हुआ है, उसमें नौ छात्रों को चिह्नित किया गया है। अभी जांच चल रही है। उसके बाद ही कार्रवाई की जाएगी। सर सैयद डे व एल्युमिनाई मीट की तैयारियां जारी हैं।


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