एएमयू में तिरंगा रैलीः नाती के साथ आए भाजपा विधायक, बोले- नोटिस गलत
तिरंगा रैली पर इंतजामिया की ओर से छात्रों को दिए गए नोटिस के मामले में भाजपा विधायक ठा. दलवीर सिंह की भी एंट्री हो गई है।
अलीगढ़ (जेएनएन)। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में तीन दिन पहले निकाली गई तिरंगा रैली पर इंतजामिया की ओर से छात्रों को दिए गए नोटिस के मामले में भाजपा विधायक ठा. दलवीर सिंह की भी एंट्री हो गई है। उन्होंने एएमयू छात्र व नाती अजय सिंह का बचाव करते हुए कहा है कि तिरंगा रैली निकालना गलत नहीं है। इंतजामिया को कारण बताओ नोटिस नहीं देना चाहिए। उधर, छात्रों ने इंतजामिया को कारण बताओ नोटिस का जवाब भेज दिया है।
विधायक के हैं नाती
अलीगढ़ में बरौली सीट से भाजपा विधायक ठा. दलवीर सिंह के नाती व छात्रनेता अजय सिंह की अगुवाई में 22 जनवरी को तिरंगा रैली निकाली गई थी। बिना अनुमति के रैली निकालने पर प्रॉक्टर ने अजय सिंह व छात्रनेता सोनवीर सिंह को कारण बताओ नोटिस दे दिया। गुरुवार को विधायक ठा. दलवीर सिंह ने कहा कि तिरंगा रैली निकालना बुरा काम नहीं है। कुलपति व प्रॉक्टर को यह बात समझनी चाहिए। कैंपस में आतंकी अफजल गुरु के समर्थन में नमाज होती है। ऐसी घटनाओं ने इन छात्रों में जोश जगा है। पहली बार भारत माता की जय व वंदे मातरम गूंजा है, यह अच्छी शुरुआत है। एएमयू के लोग भी समझ जाएंगे।
तिरंगा रैली की नहीं दी थी अनुमति : अजय
प्रॉक्टर को भेजे नोटिस के जवाब में अजय सिंह ने कहा है कि रैली निकालने पर नोटिस देना अनुचित व अन्यायपूर्ण है। नोटिस में उनके खिलाफ पक्षपात की बू आ रही है। तिरंगा रैली की अनुमति के लिए उन्होंने 19 जनवरी को प्रॉक्टर कार्यालय में आवेदन किया था, जिसे स्वीकृत नहीं किया गया। बाइक रैली से विश्वविद्यालय का नाम खराब होने का आरोप गलत है, क्योंकि रैली शांतिपूर्वक निकाली गई। हमने भारतीय संविधान में मिले अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का प्रयोग किया। इंतजामिया की प्रवृत्ति हमें रचनात्मक कार्यों के लिए अनुमति देने से इन्कार करने की रही है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में कैंडल मार्च की अनुमति भी नहीं दी गई थी। कैंपस में तमाम छात्रो ने संवैधानिक संशोधन बिल की प्रतियां जलाई थीं। आतंकी मन्नान वानी व पत्थरबाजों का समर्थन किया था, तब कोई कार्रवाई नहीं की गई। उनकी तिरंगा रैली में छात्र स्वेच्छा से शामिल हुए थे। अजय ने कारण बताओ नोटिस वापस लेने की मांग की है।
राष्ट्रपति को लिखा खून से लिखा पत्र
सोनवीर सिंह ने एएमयू के नोटिस देने पर राष्ट्रपति को खून से पत्र लिखा है। कहा है कि यह नोटिस राष्ट्रवादी विचारधारा से ओतप्रोत छात्रों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है। उनकी विचारधारा को कुचला जा रहा है। राष्ट्रपति से मामले का संज्ञान लेने का अनुरोध किया गया है। छात्र नेता नोटिस का जवाब भी भेज दिया है। कहा है हमने फ्लैग कोड ऑफ इंडिया के तहत तिरंगा रैली निकाली। जो लोग शहीदों व सेना के खिलाफ मार्च निकालते हैैं, संविधान संशोधन की प्रतियां जलाते हैैं और बाबरी मस्जिद निर्माण के पोस्टर लगाते हैैं, उन्हें कोई कोई नोटिस नहीं दिया जाता है। हमारे साथ विश्वविद्यालय के ही छात्र थे, कोई असामाजिक तत्व नहीं था।
नारेबाजी कर यात्रा निकालना एएमयू का पैटर्न नहीं : अध्यक्ष
एएमयू छात्र संघ अध्यक्ष सलमान इम्तियाज ने कहा है कि एएमयू में जिस तरह शोर शराबा व नारेबाजी के साथ यात्रा निकाली गई वह किसी भी यूनिवर्सिटी का पैटर्न नहीं है। अगर छात्रों को यात्रा निकाली थी तो छात्र यूनियन है। हमारे पास आते हम विचार करते। यह राजनीति लाभ के लिए किया गया है। कुछ लोग राजनीति दल के फालोवर्स हैं। बिना परमीशन के इंतजामिया तो कारण बताओ नोटिस जारी करता है। हमें भी दिए हैं। तिरंगा यात्रा की तो बात ही नहीं हैं। इसे तूल दिया जा रहा है। कैबिनेट मेंबर मोईनउद्दीन का कहना है कि नोटिस बिना अनुमति के यात्रा निकालने पर दिया गया है न कि तिरंगा यात्रा निकालने पर। यूनिवर्सिटी को बदनाम करने के लिए इसे तूल दिया जा रहा है।
पकिस्तान में तो नहीं फहराया तिरंगा
शिवसेना के प्रदेश सचिव मांगेराम ने कहा कि छात्रनेता अजय सिंह ने एएमयू में ही तो झंडा फहराया है पाकिस्तान में तो नहीं? भारत में कहीं भी कोई झंडा फहरा सकता है। इंतजामिया ने कोई कार्रवाई की तो शिवसेना सड़क पर उतर आएगी।
प्रार्थना के समय हो वंदेमातरम का जयघोष
मुस्लिम यूथ एसोसिएशन के अध्यक्ष आमिर रशीद ने एएमयू इंतजामिया से मांग की है कि यूनिवर्सिटी के स्कूलों में प्रार्थना के समय वंदेमातरम् को अनिवार्य किया जाए। कहा मां भारती और तिरंगा हमारे दिल में बसता है। तिरंगा यात्रा पर अनुचित बयानबाजी और कार्रवाई पर रोक लगनी चाहिए।
दोहरी नीति न अपनाए
भाजपा युवा मोर्चा के महानगर अध्यक्ष निखिल माहेश्वरी ने कहा है कि एएमयू छात्रों ने हिंदुस्तान में तिरंगा रैली निकाली है न कि पाकिस्तान में। एएमयू प्रशासन दोहरी नीति न अपनाए।
एएमयू में वंदेमातरम का जयषोघ अनिवार्य करें
आमिर रशीद ने एएमयू में प्रार्थना के समय वंदेमातरम् अनिवार्य किए जाने की मांग की है। तिरंगा यात्रा निकालने वाले छात्रनेता अजय सिंह को भी सम्मानित किए जाने की मांग की है। आमिर ने कहा कि अराजकतत्वों की शह पर कुछ छुटभैया नेता जानबूझकर एक वर्ग विशेष पर राष्ट्रवाद थोपने की कोशिश कर रहे हैं। किसी नेता या व्यक्ति को किसी के राष्ट्रवाद पर अंगुली उठाने का कोई हक नहीं है। देश की आजादी में मुसलामानों के योगदान को कोई छीन नहीं सकता है। मां भारती और तिरंगा हमारे दिल में बसता है। आमिर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत पर भी टिप्पणी किए जाने पर नाराजगी जताई। आमिर ने कहा कि एएमयू के गठन से लेकर अब तक हजारों हिंदू छात्रों ने यहां शिक्षा ग्रहण की है। तिरंगा यात्रा पर अनुचित बयानबाजी और कार्रवाई पर रोक लगानी चाहिए। एएमयू में राष्ट्रभक्ति के कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहने चाहिए। एएमयू के स्कूलों में सुबह प्रार्थना के समय वंदेमातरम अनिवार्य कर देना चाहिए। आमिर ने कहा कि एएमयू में जिस प्रकार से अभी पिछले दिनों हुआ है उसकी शिकायत वो केंद्रीय मानव संसधान मंत्री से करेंगे।
पाकिस्तान में तो नहीं फहराया झंडा
शिवसेना के प्रदेश सचिव मांगेराम ने कहा कि छात्रनेता अजय सिंह ने एएमयू में ही तो झंडा फहराया है पाकिस्तान में तो नहीं? आखिर एएमयू प्रशासन को क्यों दर्द हो रहा है। मागेराम ने कहा कि भारत में कहीं भी कोई झंडा फहरा सकता है। तिरंगा झंडा सभी के स्वाभिमान का प्रतीक है। एएमयू के कुछ छात्र पाक मानसिकता से ग्रसित हैं, जो वहां की भाषा बोलते हैं। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। जिला युवा प्रमुख अमित सोनी ने कहा कि अजय सिंह ने एएमयू में छात्रों के अंदर देशभक्ति की भावना पैदा कर दी है। प्रत्येक छात्र को उनका सम्मान करना चाहिए। यदि एएमयू प्रशासन ने कोई कठोर कदम उठाया तो शिवसेना भी सड़क पर उतरने से अपने कदम पीछे नहीं हटाएगी।
अजय ने देशभक्ति की अलख जगा दी
अखिल भारतीय युवा कायस्थ महासभा के पदाधिकारियों ने छात्र नेता अजय सिंह का स्वागत किया। महासभा युवा पश्चिमी यूपी के प्रदेश अध्यक्ष राज सक्सेना ने कहा कि अजय सिंह ने एएमयू में पहली बार तिरंगा रैली निकालकर इतिहास रच दिया है। महासभा अजय सिंह के साथ खड़ी है। अर्जुन सक्सेना ने कहा कि अजय सिंह ने शहर के युवाओं में देशभक्ति की अलख जगा दी। महासभा की ओर से छात्रनेता को नेताजी सुभाषचंद्र बोस का चित्र भेंट किया गया। यहां राजा सक्सेना, विशाल सक्सेना आदि थे।