आज गांव में आएगा सीआरपीएफ जवान का शव, सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार Aligarh News
मध्य कश्मीर के गांदरबाल में ग्रेनेड हमले में छह दिन पहले घायल हुए अलीगढ़ के सीआरपीएफ जवान नेत्रपाल आखिरकार जिंदगी की जंग हार गए। इसकी सूचना मिलते ही गौंडा क्षेत्र के गांव पिसाया स्थित उनके घर में कोहराम मच गया।
अलीगढ़, जेएनएन। मध्य कश्मीर के गांदरबाल में ग्रेनेड हमले में छह दिन पहले घायल हुए अलीगढ़ के सीआरपीएफ जवान नेत्रपाल आखिरकार जिंदगी की जंग हार गए। इसकी सूचना मिलते ही गौंडा क्षेत्र के गांव पिसाया स्थित उनके घर में कोहराम मच गया। शहर में बन्नादेवी क्षेत्र के सूतमित चौराहे के पास दूसरे घर में भी देररात लोग इकट्ठा हो गए। पुलिस प्रशासन ने देररात गांव में पहुंचकर स्वजन को सांत्वना दी। बुधवार को सुबह नेत्रपाल का शव गांव पहुंचेगा, जहां सम्मान के साथ जवान का अंतिम संस्कार होगा।
ग्रेनेड हमले में गंभीर रूप से घायल हुए थे नेत्रपाल
48 वर्षीय नेत्रपाल 115 बटालियन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में बतौर सब इंस्पेक्टर तैनात थे। 23 दिसंबर को उग्रवादियों की ओर से किए गए ग्रेनेड हमले में गंभीर रूप से घायल हुए थे। इन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्वजन भी इनके संपर्क में थे। मंगलवार को नेत्रपाल ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। नेत्रपाल का माता-पिता का पूर्व मेंं निधन हो चुका है। परिवार में पत्नी सुमन देवी, बेटे हर्ष व जतिन, बेटी सपना व शिवानी हैं। मौत की सूचना मिलते ही गौंडा क्षेत्र के पिसाया गांव में कोहराम मच गया। इनका दूसरा घर शहर के बन्नादेवी क्षेत्र के सूतमिल चौराहे के पास है। यहां भी देररात लोगों का जमघट लग गया।
गांव में पहुंची पुलिस प्रशासन की टीम
निधन की खबर मिलते ही पुलस प्रशासन की टीम मंगलवार को ही गांव में पहुंच गई। यहां पर स्वजन को सांत्वना दी। गांव के लोगों से बातचीत कीं। बुधवार को नेत्रपाल का शव आएगा। पैतृक गांव में ही उनका सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
50 लाख के मुआवजे की रिपोर्ट भेजी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सैनिक के परिवार को 50 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। इस पर तत्काल प्रशासनिक टीम गांव में पहुंची और परिवार की पूरी स्थिति का पता लगाकर डीएम को रिपोर्ट भेज दी है। अब इसे शासन को भेजा जाएगा।