जीवन की सुरक्षा करने के लिए एक छत के नीचे आएंगे तीन बोर्ड के शिक्षक साथ, जानिए मामला Aligarh news
जीवन बचाने की बात हो तो सभी एकजुट हो जाते हैं। इसी तर्ज पर संक्रमण के दौर में जान बचाने की प्रक्रिया में अब एक दो नहीं बल्कि तीन बोर्ड से संबंधित शिक्षक-शिक्षिकाएं एक साथ एक छत के नीचे आएंगे।
अलीगढ़, जेएनएन। जीवन बचाने की बात हो तो सभी एकजुट हो जाते हैं। ये बात तो देखने व सुनने में आती रहती है। इसी तर्ज पर कोरोना संक्रमण के दौर में जान बचाने की प्रक्रिया में अब एक, दो नहीं बल्कि तीन बोर्ड से संबंधित शिक्षक-शिक्षिकाएं एक साथ एक छत के नीचे आएंगे। इस मुहिम में एक साथ आना शिक्षकों के लिए अनिवार्य भी कर दिया गया है। पहले शासन की ओर से आदेश आए तो अब अफसरों की ओर से प्रधानाचार्यों के लिए पत्र जारी कर दिया गया है।
शिक्षकों व कर्मचारियों को एक साथ वैक्सीनेशन का लाभ दिलाया जाएगा
सीबीएसई, आइसीएसई व यूपी बोर्ड तीनों से संबद्ध स्कूल-कालेजों में पढ़ाने वाले या सेवाएं देने वाले शिक्षकों व कर्मचारियों को एक साथ वैक्सीनेशन का लाभ दिलाया जाएगा। तीनों बोर्ड से संबद्ध स्कूल-कालेजों के प्रधानाचार्यों को इस संबंध में पत्र जारी किया गया है। सभी शिक्षक व कर्मचारी एक छत के नीचे एकत्रित होकर वैक्सीनेशन का हिस्सा बनें इसके लिए एक कालेज को भी निर्धारित कर दिया गया है। अफसरों ने बताया कि नौरंगीलाल राजकीय इंटर कालेज को वैक्सीनेशन सेंटर बनाया गया है। ज्यादातर शिक्षक व कर्मचारी एक साथ एक ही दिन न पहुंच जाएं इसके लिए भी व्यवस्था की गई है। अफसरों ने बताया कि मुख्य चिकित्साधिकारी की ओर से शिक्षकों के वैक्सीनेशन का दिन व समय तय किया जाएगा। उनकी ओर से तय दिन पर ही शिक्षकों व कर्मचारियों को वैक्सीनेशन के लिए कालेज आना होगा।
अनिवार्य कर दिया गया है वैक्सीनेशन कार्यक्रम
विभागीय सूत्रों के अनुसार इस वैक्सीनेशन कार्यक्रम को अभी अनिवार्य किया गया है। भविष्य में इन शिक्षकों के वेतन जारी करने से पहले वैक्सीनेशन प्रमाणपत्र भी जमा कराया जाएगा। जिन शिक्षकों व कर्मचारियों ने वैक्सीन नहीं लगवाई होगी उनका वेतन रोक दिया जाएगा। वैक्सीनेशन का प्रमाणपत्र जमा करने के बाद ही उनका वेतन जारी किया जाएगा। इस संबंध में 18 से 45 वर्ष आयु तक के शिक्षकों व कर्मचारियों को निश्चित प्रारूप पर अपनी सूचनाएं एक जून तक अनिवार्य रूप से देनी हैं।