अलीगढ़ में चोर ने सिपाही को किया घायल, जानिये क्या था मामला
पुलिस से बचने और हाथ न आने या छूटकर भागने की फिकतर तो हर बदमाश की होती है। इसके लिए किसी भी हद पर जाने तक को तैयार हो जाते हैं।
अलीगढ़ (जेएनएन)। पुलिस से बचने और हाथ न आने या छूटकर भागने की फिकतर तो हर बदमाश की होती है। इसके लिए किसी भी हद पर जाने तक को तैयार हो जाते हैं। एेसे ही हाथ आए एक चोर ने भागने के लिए अलीगढ़ के एक सिपाही का हाथ काट लिया। काटा भी इतना कि खून निकल आए। वो तो गनीमत रही कि अन्य पुलिसकर्मी आ गए, इसलिए वह भाग न पाया, बर्ना अपने मकसद में सफल हो ही जाता।
यह था मामला
मामला बीती रात का है। जमालपुर क्षेत्र में ई-रिक्शा से बैटरी चोरी हो गई। स्कूटर सवार दो चोर बैटरी लेकर केला नगर चौराहे से होकर निकल रहे थे। चौराहे पर क्वार्सी थाने की लैपर्ड पर तैनात अमित और सत्तार की ड्यूटी थी। स्कूटर पर बोरी देख शक होने पर सिपाहियों ने टोक दिया तो वे भागने लगे। सिपाही भी पीछे लग गए। आधा घंटा पीछे करने के बाद सिंघल आई हॉस्पिटल के सामने गली में दोनों को पकड़ लिया। छूटने के लिए शातिर सिपाहियों से खींचतान करने लगे। अमित के हाथ पर दांत गड़ा दिए। इसी बीच थाने से फोर्स आ गया, दोनों को थाने ले आए।
चोरी की बैटरी बरामद
पकड़े गए चोरों की निशानदेही पर तीन और बैटरी बरामद हुईं। इनमें शेखू निवासी सराय मियां, सुभान निवासी जंगलगढ़ी हैं, इन्हें जेल भेज दिया गया। इसके अलावा क्वार्सी पुलिस ने चोरी हुई 50 किलो सरिया के साथ सज्जो निवासी शमशाद मार्केट, इसराइल निवासी फिरदौस नगर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
चौकीदार की हत्या में फरार एक और अभियुक्त गिरफ्तार
सासनीगेट क्षेत्र में मथुरा रोड स्थित स्कूल के निर्माणाधीन भवन में हुई चौकीदार धर्मेश कुमार की हत्या में फरार मथुरा निवासी देवी सिंह को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया। मुख्य अभियुक्त समेत दो लोगों को पहले ही जेल भेज चुकी है। निर्माणाधीन भवन में लोधा क्षेत्र के गांव केशोपुर जोफरी निवासी धर्मेश तोमर चौकीदार था। एक जनवरी की रात धर्मेश की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पास के ही कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरे में हत्यारे कैद हो गए। रिपोर्ट सोनू पुत्र किशनलाल व उसके दो साथियों के खिलाफ लिखाई गई थी। मुख्य अभियुक्त सोनू व पवन पुत्र रग्गो निवासी जावली, शेरगढ़ (मथुरा) को पुलिस जेल भेज चुकी है। देवी सिंह पुत्र चोखेलाल निवासी जावली फरार चल रहा था, जिसे पुलिस ने शुक्रवार को सासनीगेट चौराहे से गिरफ्तार कर लिया। इंस्पेक्टर अरुणा राय ने बताया कि सोनू धर्मेश के ममेरे भाई किशनलाल का बेटा है। धर्मेश की पत्नी से धर्मेश की पत्नी की नजदीकियां थीं। धर्मेश के विरोध करने पर पवन व देवी सिंह के साथ मिलकर सोनू ने धर्मेश की हत्या की।