अलीगढ़ में अफसर से बोली शिक्षिका, सोच रही हूं क्या पढ़ाना है?
एडी बेसिक ने किया सरकारी स्कूलों का निरीक्षण मिलीं खामियां।
जासं, अलीगढ़ : सरकारी स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। शिक्षक डायरी भी लाई गई है, जिसमें एक दिन पहले ही अगले दिन की शिक्षण योजना को लिखना होता हैं। लेकिन, स्थिति जस की तस है। मंगलवार को एडी बेसिक डा. पूरन सिंह ने कक्षा में शिक्षिका से पूछा कि आप खड़े-खड़े क्या सोच रही हैं, पढ़ाई क्यों नहीं करा रही हैं तो शिक्षिका ने जवाब दिया कि वो सोच रहीं? हैं कि क्या पढ़ाना है। एडी बेसिक ने नाराजगी जताते हुए बीएसए सत्येंद्र कुमार ढाका को कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
एडी ने बताया कि बालक पाठशाला-33 चंदनिया नगर क्षेत्र में प्रधानाध्यापिका जलीस फातिमा अवकाश पर थीं, लेकिन मानव संपदा पोर्टल पर अवकाश स्वीकृत नहीं था। शिक्षिका कमल पाल ने कहा कि वे सोच रही हैं कि क्या पढ़ाना है? शिक्षक डायरी में योजना क्यों नहीं लिखती हैं। इस पर कोई जवाब नहीं मिला। कन्या पाठशाला-30 चंदनिया नगर क्षेत्र में प्रधानाध्यापक तृप्ति वाष्र्णेय ने बताया कि 30 विद्यार्थी पूर्व में पलायन कर चुके हैं। इस पर बीएसए को निर्देश दिए हैं कि वो पड़ताल कराएं कि बच्चे पलायन कर गए हैं या पहले अधिक संख्या दर्शाई गई थी। कन्या पाठशाला-21 चंदनिया में शिक्षामित्र शिखा कुलश्रेष्ठ व इंचार्ज प्रधानाध्यापिका मनोरमा दुबे आकस्मिक अवकाश पर थीं, लेकिन पोर्टल पर अवकाश स्वीकृत नहीं था। परिवर्तन लागत की राशि अभिभावकों के खाते में भेजने के सवाल पर उन्होंने जवाब दिया उनको जानकारी में नहीं, किसी ने बताया भी नहीं है।
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एमडीएम वितरण में मनमर्जी
एडी बेसिक ने बताया कि निरीक्षण के समय एमडीएम वितरण की गाड़ी आई। वितरण में कोविड-19 गाइडलाइंस की अनदेखी की गई। एमडीएम वाहन सड़क पर खड़ा होता है और ड्राइवर भी एमडीएम वितरण में लग जाते हैं। एक परिसर में तीन विद्यालय हैं लेकिन शौचालय एक ही है। छत व परिसर में गंदगी भी मिली।