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परीक्षा के ''भूत'' से विद्यार्थी तो बच गए अब गुरुजी को कौन बचाएगा?, जानिए मामला Aligarh news

बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों में पाठ्यक्रम के प्रति रुचि जागृत करने के उद्देश्य से उनकी आनलाइन परीक्षा कराने की व्यवस्था की जा रही है। आनलाइन प्रश्नोत्तरी परीक्षा के जरिए उनको बदलते पाठ्यक्रम व नए कोर्स के बारे में अपडेट किया जाएगा।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Mon, 28 Jun 2021 01:38 PM (IST)Updated: Mon, 28 Jun 2021 02:14 PM (IST)
परीक्षा के ''भूत'' से विद्यार्थी तो बच गए अब गुरुजी को कौन बचाएगा?, जानिए मामला Aligarh news
परीक्षा का भूत ऐसा होता है कि उसकी टेंशन हर किसी के माथे पर पसीना ला ही देती है।

अलीगढ़, जेएनएन ।  परीक्षा का भूत ऐसा होता है कि उसकी टेंशन हर किसी के माथे पर पसीना ला ही देती है। चाहें विद्यार्थी हों या गुरुजी हर किसी को परीक्षा से टेंशन तो होती ही है। परीक्षा देने की टेंशन विद्यार्थियों में तो उसको सफलतापूर्वक व नकलविहीन संपादित कराने की टेंशन गुरुजी को होती है। कोरोना काल में विद्यार्थियों को तो परीक्षा के भूत से बचा लिया गया। संक्रमण के खतरे के चलते परीक्षाएं निरस्त कर प्रमोट प्रक्रिया अपनाई गई। मगर अब परीक्षा की बारी गुरुजी की है और काेरोना संक्रमण भी कम हो गया है। साथ ही ये परीक्षा आनलाइन माध्यम से कराई जानी है, जिसने तमाम गुरुजनों के माथे पर पसीना ला दिया है।

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आनलाइन परीक्षा कराने की हो रही व्‍यवस्‍था

बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों में पाठ्यक्रम के प्रति रुचि जागृत करने के उद्देश्य से उनकी आनलाइन परीक्षा कराने की व्यवस्था की जा रही है। आनलाइन प्रश्नोत्तरी परीक्षा के जरिए उनको बदलते पाठ्यक्रम व नए कोर्स के बारे में अपडेट किया जाएगा। हर ब्लाक के शिक्षकों को यह परीक्षा देना अनिवार्य भी किया गया है। हालांकि इस परीक्षा का उनकी सेवाओं से कोई मतलब नहीं होगा। न ही इसकाे इंक्रीमेंट या प्रमोशन का आधार बनाया जाएगा। ये कवायद शिक्षकों को अपडेट रखने की पहल है। अभी कोरोना काल के चलते स्कूलों को बंद रखा गया है। स्कूल खुलने पर इसकी व्यवस्था होगी। शिक्षकों को मिशन प्रेरणा के तहत हस्तपुस्तिका आधारशिला, ध्यानाकर्षण एवं शिक्षण संग्रह उपलब्ध कराई गई थी। इसमें पूरे सिलेबस को क्रमवार पूरा कराने तक का चरणबद्ध तरीके से जिक्र किया गया है। इन्हीं सिलेबस की जानकारी से जुड़े सवाल आनलाइन माध्यम से पूछे जाएंगे। तमाम शिक्षकों ने परीक्षा के लिए अभी से तैयारी भी करनी शुरू कर दी है। वहीं कुछ शिक्षकों को परीक्षा के नाम से ही पसीने भी आ गए हैं। इसके विरोध में भी सुर उठने लगे हैं। विरोध जताने वाले शिक्षकों का कहना है कि आनलाइन परीक्षा का विरोध इसलिए है कि तमाम शिक्षक रिटायरमेंट के करीब हैं, जिनको ठीक से एंड्रायड फोन चलाना नहीं आता, वे आनलाइन परीक्षा कैसे देंगे़? शिक्षकों को अपडेड करना ठीक है लेकिन इस प्रक्रिया के तहत नहीं।

इनका कहना है

बीएसए डा. लक्ष्मीकांत पांडेय ने कहा कि बदले पाठ्यक्रम के प्रति शिक्षक अपडेट होंगे तो शिक्षण का स्तर सुधरेगा। स्कूल खुलने के बाद शिक्षकों की आनलाइन परीक्षा कराने की व्यवस्था की जाएगी। हालांकि इस व्यवस्था के बारे में जानकारी तो हुई है लेकिन शासन से योजना के क्रियान्वयन के बारे में स्पष्ट आदेश आने के बाद ही इसको अमल में लाया जाएगा।


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