स्कूल के चौकीदार की पीट-पीटकर हत्या, सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए तीन हमलावर, एक की हुई पहचान
लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व एमएलसी चौ. सुनील सिंह के मथुरा रोड स्थित स्कूल के निर्माणाधीन भवन में चौकीदार की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई।
अलीगढ़ (जेएनएन)। लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व एमएलसी चौ. सुनील सिंह के मथुरा रोड स्थित स्कूल के निर्माणाधीन भवन में चौकीदार की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मंगलवार तड़के खबर पाकर एसपी सिटी आशुतोष द्विवेदी व सीओ विशाल पांडेय के साथ तीन थानों की पुलिस, फोरेंसिक टीम व डॉग स्क्वाड पहुंच गया। सीसीटीवी कैमरे में तीन हमलावर कैद हुए हैं, इनमें से एक ही पहचान मृतक के मथुरा निवासी भतीजे के रूप में हुई है। मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी।
स्कूल का चल रहा था निर्माण
सासनीगेट क्षेत्र में मथुरा रोड पर पूर्व एमएलसी का जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल है। इसी स्कूल की एक शाखा पास ही गंगाधाम कॉलोनी में खुल रही है, जिसका निर्माण चल रहा है। लोधा क्षेत्र के गांव केशोपुर जोफरी निवासी धर्मेश (42) पुत्र सुरेश चंद्र तोमर स्कूल में चौकीदार था। तीन माह पहले ही उसे निर्माणाधीन भवन की रखवाली में लगा दिया। ड्यूटी रात की थी। परिजनों के मुताबिक सोमवार रात वह खाना खाकर ड्यूटी पर आया और वहीं मैनगेट के पास बने कमरे में सो गया। मंगलवार सुबह एक अन्य चौकीदार ने गांव आकर घटना की जानकारी दी। धर्मेश की हत्या सिर पर डंडा मारकर की गई थी।
मौके से मिला डंडा
पुलिस को मौके पर एक डंडा भी मिला है। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से फिंगर प्रिंट व अन्य सैंपल लिए। मैनगेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे में तीन हमलावर कैद हुए हैं। इनमें एक की पहचान मृतक के पिता ने अपने मामा किशनलाल के नाती सोनू निवासी सुरीर (मथुरा) के रूप में की है। सोनू व दो अज्ञात के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करा दिया। इंस्पेक्टर अरुणा राय ने बताया कि घटना के पीछे अवैध संबंधों की बात सामने आ रही है। दो माह पूर्व सोनू का धर्मेश से झगड़ा भी हुआ था। सोनू ने उसे देख लेने की धमकी दी थी। आरोपित की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
30 सेकेंड में दिया वारदात को अंजाम
चौकीदार को मारने में हत्यारों को 30 सेकेंड लगे। तीनों के हाथों में करीब तीन फुट लंबे डंडे थे। इनमें दो हमलावर रात 12:46 बजे चौकीदार के कमरे में दाखिल हुए और एक बाहर खड़ा रहा। 15 सेकेंड बाद एक बाहर आया और कुछ क्षण बाद पुन: अंदर चला गया, फिर दोनों निकले और खेतों से होकर भाग गए। मैनगेट का बाहर से ताला लगा था। हमलावर पीछे की ओर से आए थे और वहीं होकर गए। पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है।
हमलावरों ने छिपाया था चेहरा
निर्माणाधीन स्कूल की इमारत से सटी फैक्ट्री के मजदूर अपनी साइकिल, बाइक इसी इमारत में खड़ी करते हैं। फैक्ट्री मालिक ने मैनगेट के पास एक हिस्से में गाय-भैंस पाल रखी हैं। वहीं कमरे में चौकीदार सो रहा था। पशुओं पर नजर रखने को फैक्ट्री मालिक ने गेट पर कैमरा लगवाया था। फैक्ट्री में लगी टीवी स्क्रीन से नजर रखी जाती। पुलिस ने सीसीटीवी के फुटेज लिए हैं। हमलावरों ने चेहरा छिपाया हुआ था, मगर कठकाठी से एक को पहचान लिया गया।
तीन भाइयों में बड़ा था
धर्मेश तीन भाइयों में बड़ा था। छोटे भाई संजय की शादी हो चुकी है, बबलू अविवाहित है। धर्मेश के परिवार में पत्नी रजनी देवी, दो बेटे शिवा (13) व अश्वनी (9) साल हैं। मौत की खबर सुनकर परिवार में कोहराम मच गया।
चाचा-चाची की हत्या में जेल गया
परिजनों की मानें तो धर्मेश अपने चाचा लाल सिंह व चाची कांती देवी की हत्या में करीब तीन साल पहले जेल गया था। हत्या में उसके पिता, भाई व दो साले भी आरोपित थे। हालांकि, मामला समझौते के बाद निपट गया। जेल से छूटने के बाद उसने मीट फैक्ट्री में भी नौकरी की। छह माह पहले ही स्कूल में चौकीदारी करने लगा। इसी बीच आरोपित सोनू का उसके घर आना-जाना शुरू हो गया। पुलिस के मुताबिक परिवार की किसी महिला से नजदीकियां होने के शक में सोनू से धर्मेश का झगड़ा भी हुआ था। घटना की वजह यही मानी जा रही है।