बागपत जेल की सुरक्षा में अलीगढ़ के बंदी रक्षक
माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद अलीगढ़ जेल में सतर्कता।
अलीगढ़ : बागपत जेल में नौ जुलाई को हुई माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद प्रदेश की हर जेल में सतर्कता बढ़ा दी गई है। खासकर चिह्नित की गई संवेदनशील जेलों में नियमित चेकिंग व एहतियात बरती जा रही है। इस घटना के बाद बागपत जेल अधीक्षक समेत कुछ कर्मचारी निलंबित हुए थे, कई दूसरी जेलों में ट्रांसफर हो चुके हैं। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंतित आला अफसर अन्य जेलों से स्टॉफ यहां नियुक्त कर रहे हैं। अलीगढ़ जेल से मुख्य बंदी रक्षक समेत सात बंदी रक्षक बंदी रक्षक भेजे गए हैं। इनमें मुख्य बंदी रक्षक ओमप्रकाश, बंदीरक्षक भूपेंद्र कुमार तिवारी, ब्रजेश कुमार कठेरिया, सुजान सिंह, कुलदीप कुमार, नेत्रपाल सिंह, अशोक कुमार हैं। सहारनपुर से हेड वार्डर असीर खां, जयप्रकाश, राम सिंह और गाजियाबाद जेल से संजीव कुमार मिश्र, रामप्रकाश यादव शामिल हैं।
जेल में अफसरों का छापा : जिला जेल में शुक्रवार को डीएम चंद्र भूषण सिंह, एसएसपी अजय साहनी, एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव ने फोर्स के साथ औचक निरीक्षण किया। जेल में अफरा-तफरी की स्थिति रही। बैरकों की तलाशी के साथ बंदियों की व्यवस्थाओं की जाच की गई। जेल परिसर पर नजर दौड़ाई गई। अस्पताल और भोजनालय भी देखा। जेल अधीक्षक आलोक सिंह से सुरक्षा व्यवस्थाओं पर बात की। गंभीर अपराधों में लिप्त रहे बंदियों की सुरक्षा और उनकी गतिविधियों के बारे में भी जानकारी ली गई। अचानक छापेमारी की वजह बागपत जेल में हुई घटना बताई जा रही है। जेल अधीक्षक ने बताया कि संवेदनशील 11 बंदियों को अलग-अलग बैरक में रखा गया है। इन पर नजर रखी जा रही है। डेढ़ घंटे के निरीक्षण में व्यवस्थाएं सामान्य मिलीं।