अलीगढ़ के मदरसे में बंधक बच्चों का रहस्य अभी बरकरार, मौलवी को रिमांड पर ले सकती है पुलिस Aligarh news
थाना सासनीगेट के मोहल्ला लडिय़ा स्थित मदरसे में कितने बच्चों को बांधकर रखा जाता था यह रहस्य अभी बरकरार है। इसके राजफाश के लिए पुलिस अन्य बच्चों से बात करेगी। जिन तीन बच्चों की वीडियो वायरल हुई उनमें से केवल एक बच्चेे से ही पुलिस जानकारी जुटा सकी है।
अलीगढ़, जागरण संवाददाता। थाना सासनीगेट के मोहल्ला लडिय़ा स्थित मदरसे में कितने बच्चों को बांधकर रखा जाता था, यह रहस्य अभी बरकरार है। इसके राजफाश के लिए पुलिस अन्य बच्चों से बात करेगी। जिन तीन बच्चों की वीडियो वायरल हुई, उनमें से केवल एक बच्चेे से ही पुलिस जानकारी जुटा सकी है। इस बच्चे को जंजीर से जकडऩे की सहमति उसके पिता ने ही दी थी, जिसे मौलवी के साथ मंगलवार को जेल भेजा गया है। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने बच्चे को फिलहाल तालानगरी स्थित शेल्टर होम के रखने के आदेश दिए हैं। अन्य बच्चों से बातचीत के बाद मौलवी को रिमांड पर लिया जा सकता है।
तालीम उन कुरान मदरसे का वीडियो हुआ था वायरल
सोमवार को मोहल्ला लडिय़ा स्थित तालीम उल कुरान मदरसे का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें तीन बच्चों के पैर में जंजीर जकड़ी थी। पुलिस ने मौके पर जाकर देखा तो मौलवी ने एक बच्चे को जंजीर से जकड़ रखा था। आरोपित मौलवी फहीमुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया था। उसका कहना था कि बच्चे के भाग जाने के चलते पिता के कहने पर ऐसा किया था। इंस्पेक्टर पंकज कुमार ने बताया कि जमालपुर निवासी शहजाद ने ही अपने 12 वर्षीय बेटे को मौलवी से जंजीर से जकडऩे के लिए कहा था। पूछताछ में शहजाद ने ये भी बताया कि मौलवी ने ही उसे जानकारी दी थी कि कुरान की तालीम लेने के आखिरी दिनों में बच्चे पर बुरा साया आ जाता है। पिता को बच्चे के साथ क्रूरता की पूरी जानकारी थी। ऐसे में मौलवी के खिलाफ दर्ज मुकदमे में पिता को भी नामजद किया गया है। दोनों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया। बच्चे ने पुलिस को बताया कि उसका पढ़ाई का मन है। लेकिन, मदरसे में नहीं पढ़ता चाहता। इसीलिए वह दो बार भागकर पिता के पास आ गया। लेकिन, पिता ने वापस वहीं भेज दिया था।
बरेली में है सौतेली मां
इंस्पेक्टर ने बताया कि शहजाद ने दो शादी की हैं। पहली पत्नी का देहांत हो चुका है। 12 वर्षीय बच्चा पहली पत्नी से है। बरेली स्थित मायके में रह रही महिला बच्चे की सौतेली मां है। मंगलावर को बच्चे को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के समक्ष पेश किया गया, जहां पिता के जेल में होने और मां के ना आने पर उसे तालानगरी स्थित शेल्टर होम में रखने का आदेश दिया गया।
मदरसे के खिलाफ भेजी रिपोर्ट
मौलवी के गिरफ्तार होने के बाद अन्य बच्चों के स्वजन भी चिंतित हैं। हालांकि यहां पढ़ाई तो जारी है। लेकिन, पुलिस ने मदरसे के खिलाफ रिपोर्ट बनाकर प्रभारी जिला अल्प संख्यक कल्याण अधिकारी स्मिता सिंह को भेजी है। इस संबंध में स्मिता सिंह ने बताया कि मदरसा अल्पसंख्यक विभाग में पंजीकृत नहीं है। इसका संबंध आगरा की किसी सोसाइटी से है। ऐसे में संचालक को नोटिस जारी किया गया है। जवाब आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।