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नवागत एबीएसए का मुस्लिम शिक्षिका ने किया टीका तो अहमद ने की टिप्पणी, मांगा गया स्पष्टीकरण

एक मुस्‍लिम महिला शिक्षिका ने एबीएसए का टीका लगाकर स्‍वागत किया तो शिक्षक मोहम्‍मद अहमद को नागवार गुजरा और उन्‍होंने वाट्सएप पर अफसोस जतातेे हुए पोस्‍ट कर दी। जानकारी होने पर शिक्षाधिकारियों की ओर से प्रकरण में जांच बैठा दी गयी है।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Mon, 27 Jun 2022 08:14 PM (IST)Updated: Mon, 27 Jun 2022 08:15 PM (IST)
नवागत एबीएसए का मुस्लिम शिक्षिका ने किया टीका तो अहमद ने की टिप्पणी, मांगा गया स्पष्टीकरण
नवागत एबीएसए का टीका लगाकर स्‍वागत करती शिक्षिका ताहिरा।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूल में शिक्षिका ताहिरा द्वारा नवागत खंड शिक्षाधिकारी (बीईओ) जवां का तिलक लगाकर स्वागत करना अकराबाद के स्कूल में शिक्षक मोहम्मद अहमद को नागवार गुजरा। उन्होंने वाट्सएप पर अफसोस जताते हुए पोस्ट डाल दी। यह सोमवार को वायरल हुई। इसको लेकर शिक्षाधिकारियों की ओर से प्रकरण पर जांच बैठा दी गई है, साथ ही शिक्षक अहमद से जवाब भी मांगा जा रहा है।

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स्‍वागत को मजहब से जोड़ा गया

एबीएसए के स्थानांतरण प्रक्रिया के तहत जवां ब्लाक में नए खंड शिक्षाधिकारी एसके शर्मा ने 15 जून को कार्यभार ग्रहण किया। तब उच्च प्राथमिक विद्यालय छेरत सुडिय़ाल की इंचार्ज प्रधानाध्यापिका ताहिरा परवीन ने उनके माथे पर तिलक लगाकर स्वागत किया था। इसकी फोटो उर्दू शिक्षक संघ के वाट्सएप ग्रुप पर भी गई, जिसमें जुड़े पूर्व माध्यमिक विद्यालय ऊंटासानी अकराबाद के सहायक अध्यापक मोहम्मद अहमद ने पोस्ट किया कि 'इस फोटो पर मुसलमान टीचर अफसोस करें या खुश हों कि एक मुसलमान टीचर हिंदू धर्म का पालन कितनी खुशी के साथ कर रहा है। मुझे तो इस पर बेहद अफसोस है। बाकी आपके अंदर कितना ईमान है। इसके जिम्मेदार आप हैं।' इस पर एक रिप्लाई आया कि 'इनका ईमान मर गया है'। यह पोस्ट वायरल हो रही है।

ताहिरा ने पढ़ाया इतिहास का पाठ

शिक्षिका ताहिरा परवीन ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में ङ्क्षहदू-मुस्लिम नहीं होता केवल शिक्षक धर्म होता है। भारतीय परंपरा में नवागत का तिलक लगाकर स्वागत होता है, जो उन्होंने किया। बाकी रही बात मुस्लिम के द्वारा टीका करने की तो ऐसी पोस्ट डालने वाले इतिहास पढ़ लें। सम्राट अकबर जोधाबाई से तिलक लगवाकर तलवार लेकर मैदान में जाते थे। मोहम्मद अहमद की पोस्ट ने उनको आहत किया है। इसकी शिकायत संबंधित एबीएसए से की है।

ये व्यक्तिगत राय है

मोहम्मद अहमद ने कहा कि वे इस्लाम को मानते हैं। इस्लाम में तिलक लगाने का रिवाज नहीं है, लिहाजा उनको ये देखकर अफसोस हुआ। इस पर अपनी व्यक्तिगत राय ग्रुप पर रखी। पोस्ट कुछ दिन पहले की है, जिसको बाद में कुछ लोगों ने मुद्दा बनाने के उद्देश्य से उछाला है।

ऐसे शिक्षक हों बर्खास्त

उत्तरप्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डा. प्रशांत शर्मा व महामंत्री इंद्रजीत ङ्क्षसह ने मांग उठाई कि ऐसे उन्माद फैलाने का प्रयास करने वाले शिक्षक शिक्षा जगत से बर्खास्त होने चाहिए।

इनका कहना है

प्रकरण संज्ञान में आया है। इस पर जांच भी बैठा दी है। शिक्षक मोहम्मद अहमद से जवाब भी मांगा जा रहा है। दोषी सिद्ध होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सतेंद्र कुमार ढाका, बीएसए, अलीगढ़


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