अलीगढ़, जेएनएन।
नीट
व जेईई के खिलाफ गांधीपार्क में भूख
हड़ताल
कर रहे अखिल भारतीय छात्र संगठन
(एनएसयूआइ)
के दो पदाधिकारियों की तबीयत
बिगड़
गई। एक को शनिवार शाम जिला अस्पताल में भर्ती कराया, दूसरे को रविवार दोपहर भेजा गया। एसीएम द्वितीय ने गांधी पार्क पहुंचकर छात्रों को समझाया। सुप्रीम कोर्ट में पुन: मामला पहुंचने व राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर छात्रों ने भूख
हड़ताल
समाप्त कर दी।
कांग्रेस के छात्र संगठन
एनएसयूआइ
के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार से महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना व भूख
हड़ताल
शुरू की थी। वे कोरोना काल में
नीट
व जेईई स्थगित करने की मांग उठा रहे थे। शनिवार शाम कपिल कुमार की तबीयत खराब हो गई, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। फिर भी छात्रों ने रविवार को
हड़ताल
रखी। दोपहर के समय दो अन्य छात्रों को सिर दर्द व अन्य परेशानी महसूस हुई। सूचना पर एसीएम द्वितीय रंजीत सिंह पहुंचे। उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई को तैयार हो गया है। कोर्ट का सम्मान करते हुए
हड़ताल
समाप्त कर दें। उन्होंने मेडिकल टीम से छात्रों के स्वास्थ्य की जांच कराई। विकास व प्रशांत को जिला अस्पताल भेजा गया। राष्ट्रीय महासचिव
अनुशेष
शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भूख
हड़ताल
खत्म कर दी है। फिर जिलाध्यक्ष हनी यादव ने
हड़ताल
समाप्त करने की घोषणा की। एसीएम ने जूस पिलाया।
उन्हेें
ज्ञापन दिया गया। यहां पूर्व जिलाध्यक्ष गिरवर शर्मा, सुरेश लोधी, वीर सिंह बंजारा, सागर सिंह तोमर, असद फारुख, मनोज सक्सेना, आर्य यादव, अमित सिंह, गौरव प्रकाश,
संतु
यादव, भूरा यादव मौजूद रहे।