हाथरस के दाऊजी मंदिर पर होगी श्रीकृष्ण जन्म भूमि की झलक
यहां वही लाइटें लगाई जा रही हैं जो जन्माष्टमी पर कृष्ण जन्मभूमि पर लगाई गई थी। मेला 13 सितंबर से शुरू होने वाला है। इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। मंदिर को सजाया जा रहा है और मेला परिसर में सजावट की जा रही है।
हाथरस (जेएनएल) । भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि तो देखी ही होगी। मथुरा स्थित इस स्थल की ही तरह हाथरस का दाऊजी मंदिर भी दमकेगा। वहां मेला की तैयारियां चल रही हैं। मेला 13 सितंबर से शुरू होने वाला है। इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। मंदिर को सजाया जा रहा है और मेला परिसर में सजावट की जा रही है।
मेला क्षेत्र से अतिक्रमण भी हटाए गए हैं। इस वर्ष लक्खी मेले में दाऊजी मंदिर श्रीकृष्ण जन्मस्थली जैसा दमकेगा। मंदिर के ललाट पर श्रीकृष्ण-अर्जुन के दौड़ते रथ की लाइ¨टग यहां के आकर्षण का केंद्र होगी। यहां वही लाइटें लगाई जा रही हैं जो जन्माष्टमी पर कृष्ण जन्मभूमि पर लगाई गई थी। इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। एलईडी वाली लग रहीं तस्वीरें दाऊजी मंदिर के प्राचीर पर लाइट का चक्र लगाया जा रहा है। साथ ही अर्जुन का सारथी बने भगवान श्रीकृष्ण के अलावा अन्य देवी-देवताओं की एलईडी वाली तस्वीरें भी लगाई गई हैं।
मंदिर की भव्यता के साथ विभिन्न रंगों की रंगाई-पुताई कराते हुए सजा दिया गया है। 11 महीने तक सुनसान रहने वाले इस परिसर में ब्रेक डांस, नाव जैसे झूले भी लगने लगे हैं। एक दो दिन में बाहरी फोर्स की आमद शुरू हो जाएगी। सीसीटीवी कैमरे भी जगह-जगह लगाए गए हैं। बीस दिवसीय यह मेला भाद्रपद बल्देव छठ से लगता है। इसी दिन से छह दिवसीय कुश्ती दंगल का भी आयोजन किया जाता है। इसके लिए पूरी तैयारियां की जा रही हैं। मेले की अनौपचारिक शुरुआत गणेश चौथ से होगी।
छह दिवसीय होगा दंगल
मेले में छह दिवसीय कुश्ती दंगल होगा। इसके लिए बाल पहलवानों की प्रेक्टिस शुरू हो गई है। हाथरस की बगीचियों के अखाड़ों पर भी उस्ताद खलीफाओं ने पहलवानों को तैयार करना शुरू कर दिया है। बाहरी प्रांतों के अखाड़ों को भी आमंत्रित किए जाने का कार्य चल रहा है।
सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
मेला में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जाएंगे। टीलों पर वाच टावर बनाए जाएंगे, ताकि इन पर सुरक्षा कर्मियों को तैनात करते हुए प्रत्येक लोगों पर नजर बनाई जा सके। अलीगढ़ से घुड़सवार पुलिस के अलावा यहां पर पीएसी को भी तैनात किया जाएगा। सीसीटीवी कैमरे से भी पूरे मेला परिसर को सुरक्षित किया जा रहा है। सेल्फी प्वाइंट बनेंगे मेला परिसर में कई सेल्फी प्वाइंट भी बनाए जा रहे हैं। यह ऐसी जगहों पर होंगे जहां से मेले की भव्यता दिखाई दे। दाऊजी मंदिर के मुख्य द्वार सामने बने टॉवर पर भी एक सेल्फी प्वाइंट बनाया जाएगा।
मुख्य द्वार पर देवताओं की तस्वीरें
मुख्य द्वार पर लगेंगी देवताओं की तस्वीरें लाइटिंग ठेकेदार सोम गुप्ता ने बताया कि यह पहला मौका होगा, जब दाऊजी मंदिर के दोनों मुख्य द्वारों पर देवी देवताओं की तस्वीरें एलईडी लाइट युक्त लगाई गई हैं। जो दर्शनार्थियों के मन को मोहेंगी। इसके अलावा पूरे परिसर में भी प्रकाश की व्यवस्था की गई है। दाऊजी मेला मार्ग के अतिक्रमण हटाए गए नगर पालिका प्रशासन ने इतवार को मेला मार्गाें पर अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया।
अतिक्रमण हटाने के निर्देश
जिलाधिकारी डॉ.रमाशंकर मौर्य ने शहर में लगने वाले जाम की समस्या के निदान व मेला मार्गाें को और अधिक चौड़ा करने हेतु पालिका के अधिकारियों को अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने के निर्देश दिए थे। इसके लिए पालिका द्वारा लाउड स्पीकर से प्रचार कराते हुए लोगों को हिदायत भी दी गई थी कि वह खुद ही अतिक्रमण हटा लें अन्यथा अतिक्रमण को ध्वस्त कराते हुए जुर्माना भी वसूला जाएगा। इतवार को एसडीएम सदर अरुण कुमार ¨सह, सीओ सिटी सुमन कनौजिया की अगुवाई में अतिक्रमण विरोधी अभियान की शुरुआत की गई। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी स्वदेश आर्य नगर पालिका की टीम व जेसीबी के साथ जामा मस्जिद चौराहे पर पहुंचे और अभियान की शुरुआत की। ध्वस्त किया अतिक्रमण जामा मस्जिद से किला मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते पर बने पक्के चबूतरे, सीढि़यों को जेसीबी से ध्वस्त कराया गया। इस अभियान को देखकर अतिक्रमणकारियों में भी अफरा-तफरी मच गई। उन्होंने खुद ही बेंच, नालियों के ऊपर रखे तख्त आदि हटाने शुरू कर दिए। अभियान से अन्य बाजारों में भी हड़कंप मच गया। कई तिरपाल आदि पालिका की टीम ने जब्त किए। हिदायत भी दी। मेला की तैयारियों ने जोर पकड़ा दाऊजी किला परिसर स्थित विभिन्न समाज के शिविरों की सजावट का काम शुरू हो गया है।
शिविरों को सजाने का काम शुरू
दाऊजी महाराज के मेला की अनौपचारिक शुरूआत गणेश चतुर्थी से हो जाती है। परिसर में लगे विभिन्न समाज के शिविरों का सजना शुरू हो गया है। इसकी रंगाई पुताई के साथ टेंट वालों द्वारा बांस बल्ली आदि लगाई जा रही है। दूसरी ओर मुख्य पंडाल के साथ ही अब अखाड़े पर भी काम शुरू कर दिया है। जेसीबी से इस अखाडे़ की खुदाई कराई जा रही है, क्योंकि इस अखाड़े पर ही छह दिवसीय कुश्ती दंगल का आयोजन होता है। इसमें नामचीन पहलवानों द्वारा अपनी मल्ल विद्या का प्रदर्शन किया जाता है। इधर, मुख्य पंडाल की कमियों को भी दूर कराते हुए इसकी भी साफ सफाई कराई जा रही है। इस मंच पर ही रात्रि कालीन कार्यक्रम आयोजित किए जाते है। समय की निकटता को देखते हुए कामों में तेजी लाई जा रही है। अधिकारियों ने किया निरीक्षण मेला परिसर का मेला मजिस्ट्रेट, सीओ, अग्निशमन अधिकारी ने मौका मुआयना किया। जर्जर भवनों को भी चिन्हांकन किया गया, क्योंकि मेला की शुरूआत में अब ज्यादा समय नहीं है।