उड़ीसा के सिपाही के सपने हो गए चकनाचूर, ऐसे बुझ गया इकलौता चिराग
लोधा क्षेत्र में देर रात सड़क हादसे में जिला कामंत (उड़ीसा) के थाना व कस्बा के एक सिपाही का इकलौता चिराग बुझ गया।
अलीगढ़ (जेएनएन)। लोधा क्षेत्र में देर रात सड़क हादसे में जिला कामंत (उड़ीसा) के थाना व कस्बा फूलवानी निवासी बीएएमएस द्वितीय वर्ष के छात्र स्वराज शिवम प्रधान(22) की मौत ने पिता राजवा प्रधान समेत तमाम परिजनों को बुरी तरह से झकझोर डाला। इकलौते बेटे के भविष्य को लेकर देखे सारे सपने हादसे में पल भर में ही चकनाचूर हो गए।
बेटे को देखना चाहते थे डॉक्टर
छात्र के पिता राजवा प्रधान पहले आर्मी में थे। जहां से बीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) लेकर उन्होंने उड़ीसा पुलिस की नौकरी ज्वाइन कर ली। पिता इकलौते बेटे को डॉक्टर बनता देखना चाहते थे। इसलिए उन्होंने बेटे को बीएएमएस का कोर्स करने के लिए घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करने भेजा था।
तीन दिन पहले हुई थी अंतिम बार बात
हादसे की खबर पर परिजनों के साथ पहुंचे पिता ने पोस्टमार्टम हाउस पर रोते हुए बताया कि बेटे से बुधवार की देर शाम फोन पर बात हुई थी। तब उसने आने वाले मंगलवार से परीक्षा शुरू होने की बात कही थी। लेकिन, चंद घंटों के बाद ही उन्हें हादसे की मनहूस खबर मिल गई। उधर, हादसे में मृत छात्र के तमाम साथी व कॉलेज का स्टाफ उसे अंतिम विदाई देने के लिए पहुंचा था। वहीं, हादसे में घायल साथी छात्र अवधेश की हालत में डॉक्टरों ने सुधार बताया है।
निरंतर हो रहे हादसे
खास बात यह है कि लोधा रोड पर निरंतर घटनाएं हो रही हैं। हालाकि कुछ गाव के पास ब्रेकर बनाए जा चुके हैं, लेकिन अभी ज्यादातर जगह ऐसी हैं, जहा ब्रेकर नहीं है। इससे आय दिन हादसे हो रहे हैं। यदि ब्रेकर बना दिए जाए तो कुछ हद तक हादसों में कमी आ सकती है।