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अलीग़ढ़ के टप्पल की गोशाला में भूखी रह रहीं गाय, नोंचते हैं कुत्ते

टप्पल में यमुना एक्सप्रेस-वे स्थित इंटरचेंज के निकट गोशाला में कन्हैया की गइया रो रही हैं।

By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Fri, 29 Mar 2019 08:52 AM (IST)Updated: Fri, 29 Mar 2019 09:07 PM (IST)
अलीग़ढ़ के टप्पल की गोशाला में भूखी रह रहीं गाय, नोंचते हैं कुत्ते
अलीग़ढ़ के टप्पल की गोशाला में भूखी रह रहीं गाय, नोंचते हैं कुत्ते

अलीगढ़ (जेएनएन)।  टप्पल में यमुना एक्सप्रेस-वे स्थित इंटरचेंज के निकट गोशाला में कन्हैया की गइया रो रही हैं। यहां गोवंश की ऐसी दुर्दशा है, जिसे देखकर हर किसी की आंखे भर आएंगी। खुले आसमान के नीचे गायों को छोड़ दिया गया है। चारों तरफ से बांस-बल्ली के बाड़े बनाए गए हैं। गायों को खूंखार कुत्ते नोच रहे हैं। प्रशासन आंख मूंदे है तो समाजसेवी और दानदाताओं ने चुप्पी साध रखी है। ऐसे में चारे-पानी के अभाव में गोवंश तडफ़ रहे हैं।

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गोशाला में हैं ४५० गाय

श्री श्याम पुरुषोत्तम गोशाला, जट्टारी में शिवदत्त शर्मा गोवंश की देखरेख करते हैं। यहां 450 अधिक गोवंश की संख्या बताई जाती है। इसके अलावा इंटरचेंज के पास करीब 2200 गोवंश की व्यवस्था की गई है। शिवदत्त शर्मा बताते हैं कि इसमें से 1200 के करीब आवारा पकड़े गए गोवंश हैं, जिन्हें प्रशासन ने रखवाया था। इन गोवंश के लिए बांस-बल्ली लगाई गई है। ऊपर कोई टिन शेड भी नहीं है। जिससे गोशाला में कुत्ते घुस जाया करते हैं। वह बीमार गायों को नोचते हैं। गोशाला में सांड़ की संख्या अधिक होने से भी वो गायों और बछड़ों को मारकर घायल कर देते हैं।

रोज 10 ट्राली चारे की जरूरत

टप्पल स्थित गोशाला में गोवंश के लिए प्रतिदिन 10 ट्रॉली चारे की आवश्यकता पड़ती है। चारे-भूसे प्रतिदिन 50 हजार से अधिक का खर्च आता है। शिवदत्त शर्मा जैसे-तैसे करके पैसे जुटाते हैं।

51 कर्मचारी हैैं कार्यरत

गोशाला के संचालक जसवीर ठेकेदार ने बताया कि वर्तमान में गोवंश के रखरखाव के लिए 51 कर्मचारी हैैं। जिनमें 17 महिला व 34 पुरुष हैैं। यहां एक सबमर्सिबल पंप है। जो 24 घंटे संचालित रहता है, जबकि लगभग दो सबमर्सिबल पंप गोशाला के लिए होने चाहिए।

यमुना एक्सप्रेस-वे को भी खतरा

अभी हाल में आइआइटी दिल्ली ने यमुना एक्सप्रेस वे रोड का सेफ्टी ऑडिट किया, जिसमें टीम ने इंटरचेंज के नीचे संचालित गोशाला को वहां एकत्रित गायों को तत्काल हटाने की रिपोर्ट अथॉरिटी को दी। एक्सप्रेसवे के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने टप्पल गोशाला हटाने को डीएम चंद्र भूषण सिंह को पत्र भेजा था। शनिवार को एसडीएम खैर के निर्देश पर तीन ट्रकों में 32 गोवंश सरकारी गोशाला गभाना में भिजवाए गए हैं।

चार गायों की मौत, ग्रामीणों में नाराजगी 

पिसावा कस्बे में सरकार की ओर से बनवाई गई गोशाला में रविवार को चार गायों की मौत हो गई। व्यापार मंडल के महामंत्री व बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर नाराजगी जताई। ग्रामीणों ने भी गुस्सा जताया। उन्होंने गोशाला में व्यवस्थाओं के सुधार एवं गायों की देखरेख के लिए एक व्यक्ति रखे जाने की मांग की। ग्राम प्रधान पति तरुण कुमार व ग्राम विकास अधिकारी मौके पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाकर शांत किया। इसके बाद जेसीबी मंगाकर मरी हुई गायों को दफन करा दिया गया। एसडीएम पंकज कुमार ने बताया कि जिस दिन खैर में ज्वाइन किया था उसी दिन गोशाला में गया था। अबतक पांच बार जा चुका हूं। इनका बकाया था वो दे दिया गया है। इनकी समस्या का निस्तारण मुख्य पशुचिकित्साधिकारी के द्वारा होना है। मेरे पास एक पैसा भी गोशाला के नाम पर आएगा तो तुरंत गोशाला को भेजा जाएगा। इन्हें भी गोशाला की व्यवस्था दुरुस्त करने की जरूरत है।


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