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अलीगढ़ में 11 साल पहले भाजपा नेता व उनके भाई की हत्या का मामला अंतिम दौर में, बहस शुरू

अलीगढ़ के जवां क्षेत्र में 11 साल पहले भाजपा नेता यशपाल सिंह चौहान व उनके भाई अनिल चौहान की हत्‍या के मामले में बहस शुरू हो गयी है। मंगलवार को एडीजे 16 मोहम्‍मद नसीम की अदालत में बचाव पक्ष की ओर से बहस शुरू कर गयी।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Wed, 18 May 2022 12:02 PM (IST)Updated: Wed, 18 May 2022 12:47 PM (IST)
अलीगढ़ में 11 साल पहले भाजपा नेता व उनके भाई की हत्या का मामला अंतिम दौर में, बहस शुरू
11 साल पहले हुई भाजपा नेता व उनके भाई की हत्या का मामला अंतिम दौर में है।

अलीगढ़, जागरण संवाददाता।  जवां क्षेत्र के कासिमपुर पावर हाउस में 11 साल पहले हुई भाजपा नेता यशपाल सिंह चौहान व उनके भाई अनिल चौहान की हत्या का मामला अंतिम दौर में है। मंगलवार को एडीजे 16 मोहम्मद नसीम की अदालत में बचाव पक्ष की ओर से बहस शुरू हो गई है। अदालत ने 23 मई की तारीख नियत की है।

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तीन मार्च 2011 की घटना

अभियोजन पक्ष के अधिवक्ता के मुताबिक, तीन मार्च 2011 को पीएसी निवासी भाजपा के वरिष्ठ नेता यशपाल सिंह चौहान, उनके भाई अनिल समेत चालक व परिवार के चार लोग कासिमपुर स्थित पंजाब नेशनल बैंक की शाखा में रुपये निकालने गए थे। बैंक से बाहर आते ही हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। करीब आधा घंटा तक फायरिंग हुई थी। इसमें लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। गोली लगने से अनिल की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि यशपाल सिंह चौहान व अन्य लोग घायल हो गए थे। जेएन मेडिकल कालेज में यशपाल सिंह चौहान की भी मौत हो गई थी। इस मामले में राइफल लूट का भी आरोप लगा था। लेकिन, बाद में पुलिस ने राइफल को बरामद कर लिया था।

चार नामजद व अन्‍य पर मुकदमा दर्ज हुआ था

एडीजीसी गोपाल सिंह राणा ने बताया कि यशपाल सिंह के भाई सतीश सिंह की ओर से चार नामजद व अन्य पर मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसमें आरोप लगाया गया कि कासिमपुर पावर हाउस में ठेकेदारी को लेकर रंजिश व वर्चस्व के चलते घटना की गई। पुलिस ने अशोक रावत, अवनीश, प्रमोद राघव, अजयपाल, दिनेश, सतेंद्र, कन्हैया, कमल सिंह, केशव के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था। इस मामले में 20 गवाह हैं। एडीजीसी ने बताया कि सभी गवाह पूरे हो चुके हैं। अभियोजन की ओर से बहस की जा चुकी है। बचाव पक्ष की ओर से मंगलवार को बहस शुरू की गई है। अब 23 मई को सुनवाई होगी।

जिला मुख्यालय पर हुआ था प्रदर्शन

यशपाल सिंह भाजपा से बरौली से विधायकी का चुनाव लड़े थे। साथ ही कासिमपुर पावर हाउस में यशपाल सिंह चौहान में बड़े ठेकेदार थे और उनका अलग रसूख था। वहीं इस घटना में कई दिन तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो इसकी गूंज प्रदेश भर में गई थी। जिला मुख्यालय पर भाजपाइयों ने प्रदर्शन किया था।


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