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कोरोना के साथ दबे पांव आई महंगाई निगल रही घर का बजट Aligarh news

कोरोना की दूसरी लहर से आमजन का जन जीवन बुरी तरह प्रभावित रहा। अब मंहगाई रुला रही है। जून के पहले सप्ताह तक दाल के दामों में भारी वृद्धि थी सरसों का तेल व पाम आयल ने भी अपनी ऐतिहासिक कीमतों पर पहुंचा है।

By Anil KushwahaEdited By: Published: Wed, 16 Jun 2021 02:21 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jun 2021 03:12 PM (IST)
कोरोना के साथ दबे पांव आई महंगाई निगल रही घर का बजट Aligarh news
कोरोना की दूसरी लहर से आमजन का जन जीवन बुरी तरह प्रभावित रहा। अब मंहगाई रुला रही है।

अलीगढ़, जेएनएन ।  कोरोना की दूसरी लहर से आमजन का जन जीवन बुरी तरह प्रभावित रहा। अब मंहगाई रुला रही है। जून के पहले सप्ताह तक दाल के दामों में भारी वृद्धि थी, सरसों का तेल व पाम आयल ने भी अपनी ऐतिहासिक कीमतों पर पहुंचा है। शुक्र है कि पिछले सप्ताह से इन खाद्य वस्तुओं के दामों में नरमी दिख रही है। मगर अन्य वस्तुओं के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं।

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महंगाई डायन बिगाड़ रही बजट

कोरोना के साथ मंहगाई भी दवे पांव पीछा कर रही है। छह माह पहले (दिसंबर) तक बिकने वाला ब्रांडेड कंपनियों का रिफाइंड (पाम आयल) का टीन (15 लीटर) 1650 रुपया का था, जून के पहले सप्ताह तक यह थोक बाजार में 2460 रुपये में बिका है। अब इसकी कीमत 2430 रुपये प्रति टीन है। फुटकर बाजार में एक लीटर का पाउच 180 रुपये तक बिका है। इसी तरह देशी घी छह माह पहले 450 रुपये प्रतिकिलो था, अब यह 500 रुपये प्रतिकिलो तक बिक रहा है। थोक बाजार में पाम आयल का 16 लीटर पाउस वाला पैकेट 2420 रुपये में बिक रहा है।

सरसों के तेल की धार हुई तेज

दिसंबर माह में ब्रांडेड सरसों का तेल का टीन 1950 रुपया था। जून की शुरूआत में इसकी कीमत 2600 हो गई। फुटकर बाजार में एक लीटर पाउच की कीमत 185 रुपये तक बिका। अब यह 165 रुपये तक मिल रहा है। सूत्रों के अनुसार तेल की कीमत स्टोक लिमिट हटने के चलते हुई थी। ब्रांडेड कंपनियों ने माल का स्टाक कर बाजार में बनावटी मंहगाई दर्शा दी।

इनका कहना है

आंशिक लाकडाउन के समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में खरीद फरोख्त को करारा झटका लगा था। पाम आयल की कंपिनयों से आयत नहीं हो सका था। उत्पादन भी बंद रहा। जून के पहले सप्ताह तक बाजार में तेजी रही। मध्य जून में ब्रांडेड कंपनियों के पाम आयल व सरसों के तेल 200 से 250 रुपये तक प्रति टिन

पैसों में गिरावट आई है।

- हर्ष गुप्ता, यश एजेंसी, महावीरगंज

नहीं कम हो रही महंगाई

दाल की कीमतों को लेकर थोक व फुटकर बाजार में भारी अंतर होता है। जून के पहले सप्ताह तक थोक बाजार में अरहर की दाल 110 से 98 रुपया प्रतिकिलो तक थी। तब फुटकर बाजार में यह दाल 130 से 140 रुपया प्रतिकिलो तक बिक गई। इस दाल के थोक बाजार में भाव 86 से 98 रुपये प्रतिकिलो तक हो गए हैं। गली, मोहल्ला व अन्य बाजारों में यह दाल अभी भी 125 रुपया प्रतिकिलो तक बेची जा रही है।

फीकी हुई चीनी की मिठास

थोक बाजार में चीनी के रेट 3500 से 3600 तक हैं। यह फुटकर बाजार में 37 से 38 रुपये प्रतिकिलो तक बिक रही है। कोरोना की दूसरी लहर से पहले तक इसके दाम थोक बाजार में 32 से 33 रुपये प्रतिकिलो थे।

मुनक्का पर 150 रुपये तक की तेजी

सूखी मेवा पर भी मंहगाई का असर देखने को मिल रहा है। मुनक्का पर 150 रुपये प्रतिकिलो तक की तेजी है। 400 रुपये वाला 550 रुपये, 550 वाला 700 रुपये प्रतिकिलो थोक बाजार में बिक रहा है। इसी तरह बादाम मीग 580 से 640 रुपये प्रतिकिलो थोक बाजार में बिक रहा है। इस पर 40 रुपये प्रतिकिलो की तेजी है। गुणवत्ता वाला काजू पर भी 30 रुपये प्रतिकिलो की तेजी है। गुणवत्ता वाला साबुत काजू 700 से800 रुपये प्रतिकिलो थोक बाजार में मिल रहा है। अंजीर पर 100 रुपये प्रतिकिलो की तेजी ह। यह थोक बाजार में 930 रुपये प्रतिकिलो बिक रही है।

नहाना-धोना हुआ महंगा

महंगाइ का असर नहाने व धोने पर भी हुआ है। हिंदुस्तान लीवर कंपनी ने साबुन पर 15 फीसद के रेट बढ़ाए हैं। नए माल की एमआरपी पर यह पैसा बढ़कर आ रहे हैं। कंपनी ने फुटकर कारोबारी व ग्राहकों को स्कीम के तहत साबुन व सर्फ पर दिए जाने वाले अतिरिक्त वजन को हटा दिया है। नहाने का लक्स साबुन 500 ग्राम वजन वाला पांच पीस पैकेट बाजार में अब 105 की जगह 115 रुपये में मिल रहा है। सवा सौ ग्राम के लिरिल साबुन 50 रुपये की जगह अब 60 रुपये में है। पीयर्स साबुन का 300 ग्राम वजन का सैट 105 की जगह 120 रुपये में है। गोदरेज नंबर वन पांच पीस के साबुन का सैट 74 की जगह 84 रुपये में और चार पीस सर्फ एक्सल साबुन का सैट 94 की जगह 98 रुपये में है।

ब्रांडेड नमकीन के बढ़े भाव

ब्रांडेड नमकीन के भाव भी बढ़ गए हैं। हल्दीराम का 400 ग्राम का पैकेट 88 रुपये का आता था। अब यह 99 रुपये का फुटकर कारोबारियों को मिलेगा। खुर्जा मिक्चर 350 ग्राम का 50 रुपये का मिलता था। अब यह दुकानदारों को 60 रुपये में है। स्थानीय नमकीन पर भी 15 से 20 फीसद तक रेट बढ़े हैं। अलीगढ़ की देशी घी की नामचीन मिठाई पर भी 50 रुपये प्रतिकिलो तक की तेजी है। 350 रुपये में मिलने वाली सोन पपड़ी अब 400 रुपये में ग्राहकों को मिलेगी। 320 रुपये किलो वाली मिठाई के न्यूनतम रेट 350 रुपये कर दिए गए हैं।


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