पुलिस की कार्य प्रणाली के आगे एडीए नतमस्तक
एडीए द्वारा भेजे गए पत्रों का जवाब नहीं दे रही है थाना क्वार्सी की पुलिस।
अलीगढ़ : पुलिस की कार्यप्रणाली के आगे एडीए नतमस्तक होकर रह गई है। मौजूदा हाल यह है कि एडीए की आवासीय योजना के लिए खाली पड़ी जमीन पर कब्जे का मामला क्वार्सी थाने की विवेचना में फंस गया है। एडीए ने कब्जे की शिकायत करते हुए 1997 में मुकदमा दर्ज कराया था। एडीए ने थाने को पत्र लिखकर मुकदमे संबंध में जानकारी मांगी, मगर जवाब नहीं मिला। इससे एडीए जमीन को कब्जामुक्त भी नहीं करा पा रहा है।
एडीए की शहर में कई स्थानों पर आवासीय व व्यावसायिक जमीन है। एक जमीन रामघाट रोड पर गोविला गैस एजेंसी के बराबर में 0.0810 हेक्टेयर थी। इसकी कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपये है। इसे कुछ लोगों ने कब्जा लिया तो 1997 में एडीए ने मुकदमा दर्ज करा दिया। इसी जमीन के बराबर में कब्रिस्तान है। पिछली सपा शासन में सरकारी बजट से कब्रिस्तान में एडीए की जमीन को शामिल कर सुंदरीकरण करा दिया गया। स्थानीय लोगों ने विरोध भी किया था, लेकिन सत्ता की हनक में उनकी नहीं चली।
मंडलायुक्त के यहां हुई शिकायत
कुछ दिन पहले मंडलायुक्त के यहा इसकी शिकायत हुई तो एक महीने में जमीन को कब्जा मुक्त कराने के निर्देश हुए। उसी दौरान एडीए ने क्वार्सी थाने को पत्र लिखकर जमीन से जुडे़ मामले में हुई प्रगति के संबंध में जानकारी मांगी। पूछा गया कि मुकदमे में एफआर लग चुकी है या कोई स्टे है, लेकिन अभी तक जवाब नहीं आया है। एडीए के प्रभारी सचिव डीएस भदौरिया ने बताया कि थाने के जवाब का इंतजार है। नहीं आता है तो दोबारा पत्र लिखा जाएगा। हर हाल में जमीन को कब्जामुक्त कराना है।