आतंकी हमले से जिलेभर में आक्रोश, शहीदों की शहादत पर हर आंख हुई नम
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले से अलीगढ़ जिलेभर में आक्रोश है। जवानों की शहादत पर गुरुवार को हर आंख रो पड़ी
अलीगढ़ (जेएनएन)। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले से अलीगढ़ जिलेभर में आक्रोश है। जवानों की शहादत पर गुरुवार को हर आंख रो पड़ी। शुक्रवार को अनेक लोग सड़कों पर पाक के खिलाफ उतर आए। मार्च, रैली व कैंडल मार्च निकाले गए। सोशल मीडिया पर भी इस घटना की लोग निंदा कर रहे हैं।
हिंदू छात्र वाहिनी ने एसएमबी इंटर कॉलेज से लेकर सेंटर प्वाइंट तक कैंडल मार्च निकाला और शहीद जवानों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। वाहिनी के संस्थापक अध्यक्ष आदित्य पंडित ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर सेना का मनोबल बढ़ाना चाहिए। जिलाध्यक्ष केशव ठाकुर, जिला संयोजक मोहित चौधरी, सौरव पवार, रोहित सूर्यवंशी, विशाल देशभक्त आदि मौजूद थे। पंकज धीरज ने कहा कि अब पाकिस्तान को करारा जबाव देने का वक्त आ गया है।
ज श-ए-मोहम्मद का पुतला फूंका
ङ्क्षहदूवादी संगठनों ने बारहद्वारी पर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का पुतला फूंका। पूर्व एएमसी विवेक बंसल ने कहा है कि आतंकवादियों का ये कृत्य निंदनीय है। शिवसेना के जिला युवा प्रमुख अमित सोनी, प्रदेश सचिव मांगेराम, सह प्रदेश सचिव डॉ. सुबीर राय ने भी निंदा की। कृष्णा गुप्ता व साध्वी पुनीता चेतन ने कड़ी कार्रवाई की मांग की। डॉ. वीपी पांडेय, संयोजक प्रज्ञा प्रबोध, सुरेश सिंह राघव, वीके गुप्ता पूर्व फ्लाइट इंजीनियर ने पाक को सबक सिखाने पर जोर दिया। कांग्रेसी नेता परवेज अहमद ने हमले की निंदा की है। रालोद के महानगर अध्यक्ष अनीस चौहान व जियाउर्रहमान ने भी निंदा की है। प्रदेश महिला कांग्र्रेस की पूर्व अध्यक्ष प्रतिमा सिंह गुरुवार शाम 5:30 बजे गांधीपार्क से कैंडल मार्च निकालेंगी वहीं भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के महानगर अध्यक्ष जय गोपाल वीआईपी की अगुवाई में दोपहर एक बजे बारहद्वारी पर पाक का पुतला दहन किया जाएगा।
आइए, एक दिया शहीदों के लिए जलाएं
जवानों की शहादत पर आप गम और गुस्से में होंगे। रात को ठीक से नींद भी नहीं आई होगी। आइए, हम ऐसी दु:खद घड़ी में जवानों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें। दैनिक जागरण शुक्रवार को 'एक दीया शहीदों के नामÓ कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। अचल सरोवर की गुमटी पर शाम छह बजे सभी को एकत्र होना है। सभी अपने साथ मिट्टी के दीये लेकर ही आएं। यहां दो मिनट का मौन रखकर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे।