सीएम तक पहुंची स्वास्थ्य विभाग में नौ करोड़ के टेंडर में हुई धांधली की गूंज aligarh news
विधायक दलवीर सिंह ने सीएम को संबोधित शिकायती पत्र उनके निजी सचिव को देकर स्वास्थ्य विभाग के अफसरों पर तुगलकी शर्तें जोड़कर सरकार को बदनाम करने का आरोप लगाया।
अलीगढ़ (जेएनएन)। स्वास्थ्य विभाग में नौ करोड़ के टेंडर में हुई धांधली के मामले की गूंज सीएम तक पहुंच गई है। सोमवार को बरौली विधायक दलवीर सिंह ने सीएम को संबोधित शिकायती पत्र उनके निजी सचिव को देकर स्वास्थ्य विभाग के अफसरों पर तुगलकी शर्तें जोड़कर सरकार को बदनाम करने का आरोप लगाया। कहा कि, मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
एेसी शर्तेें रखीं, जो कोई पूरी न कर पाए
दीनदयाल अस्पताल व अतरौली के 100 शैया संयुक्त चिकित्सालय को उच्चीकृत किए जाने के नाम पर खेल हुआ। नौ करोड़ के टेंडर में चहेती फर्म को लाभ देने के लिए ऐसी शर्तें रख दीं, जिन्हें कोई पूरी न कर पाए। यहां तक कि किसी फर्म, संस्था या सांसद-विधायक को टेंडर की शिकायत करनी हो या पत्र लिखकर जानकारी मांगनी हो तो एक लाख रुपये का डिमांड ड्राफ्ट जमा करना होगा। 28 व 29 अगस्त को दैनिक जागरण ने इन खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित किया। डीएम ने तत्काल इस मामले में सीडीओ की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर जांच बैठा दी। जनप्रतिनिधियों में भी इसको लेकर नाराजगी है।
सीएम से शिकायत
बरौली विधायक ने सोमवार को सीएम को दिए शिकायती पत्र में कहा है कि अफसरों ने तुगलकी शर्त लगाकर सरकार को बदनाम करने का काम किया है। निविदा में महज सात दिन का समय दिया गया है, जबकि धनराशि काफी समय पहले स्वीकृत हो चुकी है। कम से कम 21 दिन का समय मिलना चाहिए था। टेंडर में धरोहर राशि 50 हजार मांगी गई है। यह सरकारी नियमों के विपरीत है। आपत्ति के लिए भी पर्याप्त समय नहीं दिया गया। टेंडर प्रक्रिया में सफल हुए फर्म के आयकर रिटर्न की जांच होनी चाहिए। टेंडर में विभाग द्वारा खरीदे जाने वाले सामान में कोई भी स्पेसिफिकेशन नहीं दिए गए। इसके कारण सामान भी घटिया है। जबकि, दोनों अस्पतालों के स्टोर कीपर ने इस सामान को लेने से इन्कार किया तो उन्हें पद मुक्त कर दिया गया। इससे स्पष्ट है कि अफसर घटिया सामान को खपाना चाहते हैं।
लोक लेखा समिति में भी शिकायत
बरौली विधायक ने सीएम के साथ लोक लेखा समिति को भी शिकायत भेजी है। विधायक का कहना है कि समिति एक महीने में जांच पूरी करेगी। वह इसमें शामिल लोगों को तलब भी कर सकती है। सीएम के निजी सचिव ने भी प्रमुख सचिव स्वास्थ को जांच के आदेश दिए हैं। डीएम अलीगढ़ से भी रिपोर्ट मांगी है।
जनहित में ही खर्च कर सकते हैं निधि
बरौली विधायक ने रविवार को डीएम को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने टेंडर प्रक्रिया से जानकारी मांगने के लिए एक लाख की धनराशि विधायक निधि से दिलाने की मांग की थी, लेकिन जानकारों की मानें तो इस तरह के कामों में कोई भी प्रतिनिधि अपनी निधि नहीं लगा सकता है।
सीडीओ ने अतरौली का किया निरीक्षण, मांगे अभिलेख
डीएम द्वारा गठित सीडीओ अनुनय झा की अध्यक्षता वाली कमेटी ने सोमवार को अतरौली के 100 शैया संयुक्त चिकित्सालय का निरीक्षण किया। यहां स्टोर रूम में सामान देखा, लेकिन यहां भी पूरे अभिलेख नहीं थे। सीडीओ ने अभिलेख एकत्रित करने के लिए 24 घंटे का समय दिया। अब मंगलवार व बुधवार को सामान की जांच होगी। शुक्रवार को रिपोर्ट पर अंतिम मुहर लग सकती है।