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TB Harega-Desh Jeetega Abhiyan : आज से घर-घर खोजे जाएंगे TB मरीज, चलेगा एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान Aligarh News

टीबी हारेगा-देश जीतेगा अभियान के तहत तीन जनवरी से एक्टिव केस फाइंडिंग कार्यक्रम शुरू हो रहा है। इसमें स्वास्थ्य विभाग की टीमें 12 जनवरी तक घर-घर जाकर टीबी के नए मरीजों को खोजकर उपचार होगा। समस्त शहरी क्षेत्र में स्क्रीनिंग होगी।

By Sandeep kumar SaxenaEdited By: Published: Sun, 03 Jan 2021 06:12 AM (IST)Updated: Sun, 03 Jan 2021 06:12 AM (IST)
TB Harega-Desh Jeetega Abhiyan : आज से घर-घर खोजे जाएंगे TB मरीज, चलेगा एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान Aligarh News
टीबी हारेगा-देश जीतेगा अभियान के तहएक्टिव केस फाइंडिंग कार्यक्रम शुरू हो रहा है।

अलीगढ़, जेएनएन। टीबी हारेगा-देश जीतेगा अभियान के तहत तीन जनवरी से एक्टिव केस फाइंडिंग कार्यक्रम शुरू हो रहा है। इसमें स्वास्थ्य विभाग की टीमें 12 जनवरी तक घर-घर जाकर टीबी के नए मरीजों को खोजकर उपचार पर लिया जाएगा।

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आज से घर-घर खोजे जाएंगे  टीबी मरीज

शनिवार को रामघाट रोड स्थित होटल में हुई प्राइवेट डॉक्टर मीट व पत्रकार वार्ता में मुख्य अतिथि सीएमओ डॉ. बीपीएस कल्याणी व विशिष्ट अतिथि जिला सूचना अधिकारी संदीप कुमार ने लोगों से अभियान को सफल बनाने की अपील की। सीएमओ ने बताया कि कोरोना काल में अलीगढ़ समेत पूरे प्रदेश में क्षय रोगियों के चिह्नीकरण में गिरावट आई है। इसमें सुधार के लिए सरकार ने टीबी हारेगा देश जीतेगा अभियान की शुरूआत की है। प्रथम चरण में शनिवार को जिला कारागार व छर्रा स्थित वृद्धावस्था केंद्र और नवोदय विद्यालय में लगभग 3650 लोगों की टीबी और कोविड स्क्रीनिंग की गई। टीबी के 94 संदिग्ध मरीजों में दो पाॅजिटिव (जेल में) मिले। अस्थायी जेल में एक कोविड मरीज मिला।

20 फीसद आबादी की स्क्रीनिंग

 जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अनुपम भाष्कर ने बताया कि एक्टिव केस फाइडिंग अभियान में जिले की 20 फीसद (करीब 8.40 लाख) प्रतिशत आबादी लगभग 8 लाख 40 हजार की टीबी व कोरोना की समस्त ब्लॉक (चंडौस छोड़कर) व समस्त शहरी क्षेत्र में स्क्रीनिंग होगी। 80 सुपरवाइजर के अंतर्गत 400 टीम कार्य करेंगी। मानीटरिंग के लिए 19 चिकित्सा अधिकारी तैनात किए हैं। ऐसे लोग जो समूह में रहते हैं, उनमे टीबी व कोरोना संक्रमण की आशंका ज्यादा है। इस अभियान में टीबी और कोविड के मरीजों को खोज कर उनका इलाज और ध्यान रखा जाएगा। इसके बाद ही हम वर्ष 2025 तक टीबी फ्री इंडिया का लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं ।

प्राइवेट डाॅक्टरों का सहयोग

आइएमए अध्यक्ष डॉ. विपिन गुप्ता, सचिव डॉ. भारत वार्ष्णेय व कोषाध्यक्ष डाॅ. अभिषेक सिंह ने कहा कि अभियान को हमारा पूर्ण सहयोग रहेगा। लक्ष्मी वेलफेयर सोसायटी से डॉ. विभव वार्ष्णेय ने बताया कि अभियान के समर्थन में 50 होर्डिंग लगवाए जा रहे हैं,ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग जागरूक हों।

लक्षण हों तो जरूर कराएं जांच

जिला कार्यक्रम समन्वयक सतेंद्र कुमार ने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को दो हफ्तों से ज्यादा की खांसी, खांसी में खून का आना, सीने में दर्द, बुखार, वजन का कम होने की शिकायत हो तो वह तत्काल बलगम की जांच कराए। जांच व उपचार बिल्कुल मुफ्त है। मरीज को इलाज की अवधि तक 500 रुपये प्रतिमाह पोषण राशि दी जाती है।


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